कन्नौज (उप्र) 25 अप्रैल (ए)।
वहीं मंत्री असीम अरुण ने शुक्रवार को कहा कि “मैं किसी से झूठे वादे नहीं करता और भ्रम में नहीं रखता।”
इस बीच भाजपा जिलाध्यक्ष ने पार्टी के जिला मंत्री अजय वर्मा (लोधी) के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
दरअसल, लोध समाज की एक लड़की के अनुसूचित जाति (दलित) के युवक साथ भाग जाने को लेकर इस मामले ने तूल पकड़ लिया है।
कन्नौज सदर से विधायक तथा अनुसूचित जाति से आने वाले असीम अरुण को तिर्वा स्थित डा भीमराव अंबेडकर मेडिकल कॉलेज में बृहस्पतिवार को एक कार्यक्रम के दौरान पहली बार अपने ही कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा।
मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में मंत्री असीम अरुण जैसे ही संबोधित करने पहुंचे, वहां मौजूद लोधी समाज के कार्यकर्ता आगे आकर ‘मंत्री तेरी तानाशाही नहीं चलेगी’ ‘असीम अरुण-मुर्दाबाद’ के नारे लगाने लगे।
इसके बाद आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। हंगामा बढ़ता देख भाजपा संगठन ने कार्यक्रम को बीच में ही तत्काल रूप से समाप्त कर दिया।
भाजपा कार्यकर्ता जब मंत्री के खिलाफ नारेबाजी में जुटे थे तब मंच पर असीम अरुण के अलावा मुख्य अतिथि जिले की प्रभारी मंत्री रजनी तिवारी सहित पूर्व सांसद सुब्रत पाठक, तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत, भाजपा जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया भी मंच पर मौजूद थे।
इसी बीच पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोंकझोंक भी देखी गयी। कार्यकर्ता कुर्सियों पर चढ़कर जमकर नारेबाजी करते रहे।
भाजपा के जिला मंत्री अजय वर्मा ने बताया कि कन्नौज नगर निवासी लोधी समाज से आने वाली एक बालिका को दलित युवक भगा ले गया था। पीड़ित पक्ष की ओर से लड़की के पिता सहित परिजनों ने मामले को लेकर मंत्री असीम अरुण से मिलकर अपनी बेटी की बरामदगी की मांग की थी और आरोपी युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार परिजनों की शिकायत पर मंत्री असीम अरुण आग बबूला हो उठे और उन्होंने आवेश में कह दिया कि क्या अब मेरा यही काम रह गया है।
सूत्रों ने बताया कि जैसे ही परिजनों ने मंत्री की दो टूक के बारे में समाज को जानकारी दी तो लोध समाज आक्रोशित हो गया और मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
मामले पर शुक्रवार को असीम अरुण ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा,“कल डा भीमराव आंबेडकर मेडिकल कॉलेज में चंद लोगों द्वारा अनुशासनहीनता पर तमाम तरह की बातें की जा रही है। ऐसे में जरूरी है कि पूरी बात को स्पष्ट किया जाए और सभी संशयों को दूर किया जा सके।”
मंत्री असीम ने कहा कि “दलित युवक द्वारा लोधी समाज की बेटी को भगाए जाने का प्रकरण मेरे सामने लाया गया, तब तक पुलिस प्राथमिकी कर चुकी थी और लड़की का मजिस्ट्रेट के सामने बयान हो चुका था। लड़की अपनी इच्छानुसार युवक के साथ जा चुकी थी।
अरुण ने कहा कि इसके बाद लड़की के परिजन मुझसे मिले और मांग की कि लड़की को उसके परिवार को हवाले किया जाए, अन्यथा जातीय उन्माद हो जाएगा।
मंत्री ने कहा कि “मैं किसी से झूठे वादे नहीं करता और भ्रम में नहीं रखता। मैने स्पष्ट किया कि कानूनी स्थिति में मै क्या अब कोई भी कुछ नहीं कर सकता। शायद यही बात कड़वी लग गयी।”
उन्होंने कहा कि “मुझे विश्वास है कि मैं जब कन्नौज परिवार के साथ बैठ कर कानूनी स्थिति समझाऊंगा तो कोई संशय नहीं रहेगा।”
मामले को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया ने एक पत्र जारी करते हुए भाजपा के जिला मंत्री और लोधी समाज के नेता अजय वर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
नोटिस में कहा गया कि कार्यक्रम में आपत्तिजनक नारेबाजी से अनुसूचित जाति में रोष है।
नोटिस में जिला मंत्री के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की भी बात कही गयी है। नारेबाजी करने वाले वर्मा को एक सप्ताह में जवाब देने को कहा गया है। हालांकि जिलाध्यक्ष द्वारा पत्र जारी होते ही सोशल मीडिया पर लोधी समाज का आक्रोश तेज हो गया है।