लखनऊ: 19 अप्रैल (ए) लोकसभा चुनाव के पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ सीट पर शुक्रवार को दोपहर तीन बजे तक 47.44 फीसदी मतदान हुआ। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह सात बजे से मतदान प्रारंभ हुआ जो शाम छह बजे तक चलेगा।
आज जिन सीट पर मतदान हो रहा है उनमें सहारनपुर, बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना (आरक्षित), मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत शामिल हैं।निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक सहारनपुर में 53.31 फीसदी, मुरादाबाद में 46.28 फीसदी, कैराना में 48.92 फीसदी, नगीना में 48.15 फीसदी, पीलीभीत में 49.06 फीसदी, बिजनौर में 45.70 फीसदी, रामपुर में 42.77 फीसदी और मुजफ्फरनगर में 45.18 फीसदी मतदान हुआ।
पहले चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा के जितिन प्रसाद पीलीभीत से, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान मुजफ्फरनगर से और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद नगीना से चुनाव मैदान हैं ।
पीलीभीत जिले से मिली खबर के अनुसार, कुछ इलाकों में लोगों ने नागरिक सुविधाओं की कमी के विरोध में चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की है ।
बरखेड़ा थाना क्षेत्र में नदी पर पुल बनाने की पुरानी मांग को लेकर पुरैना के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया। यहां शुक्रवार को मतदान केंद्र सूना पड़ा रहा और ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे। बहिष्कार के चलते ग्रामीणों ने एजेंट बनने से भी इनकार कर दिया। सूचना मिलने पर मजिस्ट्रेट पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और ग्रामीणों को मनाने में जुटे हुए हैं।
ऑफिसर्स कॉलोनी से रास्ता बंद करने को लेकर दहगला, बक्शपुर सहित कई गांवों के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया। गांव वालों का कहना है कि जब तक प्रशासन गाव वालों को रास्ता नहीं देगा, तब तक कई गांव के लोग लोकसभा चुनाव में वोट नहीं डालेंगे।
न्यूरिया थाना क्षेत्र के ग्राम मंगदपुर में अवारा पशुओं और बाघ के हमले की घटनाओं से परेशान लोगों के मतदान करने के लिए बूथ पर नहीं पहुंचने की सूचना मिली है।
प्राथमिक विद्यालय मंगदपुर में बने मतदान केंद्र पर सुबह सात बजे से 10 बजे तक बूथ नंबर 219 पर केवल नौ वोट पड़े। सूचना मिलने पर वहां पहुंचे अफसर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
पीलीभीत के जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहा, “हमें जानकारी मिली है कि कुछ ग्रामीण स्थानीय मुद्दों पर चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं। संबंधित अधिकारियों को इन गांवों का दौरा करने, वहां के लोगों से बात करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि वे मतदान प्रक्रिया में भाग लें।” “
इन सीट पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राजग, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच त्रिकोणीय चुनावी मुकाबला होने की उम्मीद है।
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) से हाथ मिलाया है और सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है, जबकि बसपा अकेले अपने बलबूते पर चुनाव लड़ रही है।
पहले चरण के चुनाव में विभिन्न दलों के कुल 80 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 73 पुरुष और सात महिलाएं शामिल हैं। मुरादाबाद से 12, कैराना से 14, मुजफ्फरनगर और बिजनौर से 11-11, सहारनपुर और पीलीभीत से 10-10, नगीना और रामपुर से छह-छह उम्मीदवार मैदान में हैं।
प्रथम चरण के आठ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 1.43 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 76.23 लाख पुरुष, 67.14 लाख महिला तथा 824 मतदाता तृतीय लिंगी हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिनवा के अनुसार 14,849 मतदान केंद्रों पर मतदान हो रहा है ।
पुलिस महानिदेशक कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रथम चरण के मतदान को देखते हुए संबंधित नौ जिलों में 248 चौकियां स्थापित की गई हैं जहां वाहनों एवं संदिग्ध लोगों की सघन जांच जारी है।