मुंबई: 23 नवंबर (ए) महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)नीत महायुति गठबंधन ने शनिवार को प्रचंड बहुमत के साथ अपनी सत्ता बरकरार रखी है। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में गठबंधन 231 सीट पर जीत दर्ज करता नजर आ रहा है। जबकि महा विकास आघाडी (एमवीए)का सत्ता हासिल करने का सपना चकनाचूर हो गया है और विपक्षी गठबंधन महज 50 सीट पर सिमटता दिख रहा है।निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई और नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक अबतक 212 सीट पर परिणाम घोषित हो चुके हैं, जबकि शेष 76 पर मतगणना जारी है।
चुनाव नतीजों की निश्चितता के बाद अब सबका ध्यान भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस पर केंद्रित हो गया है जो अपनी पार्टी की शानदार जीत के सूत्रधार माने जा रहे हैं। राजनीतिक हलकों में ऐसी खबरें जोरों पर हैं कि राज्य के दूसरे ब्राह्मण मुख्यमंत्री फडणवीस तीसरी बार यह पद संभालेंगे। मनोहर जोशी महाराष्ट्र के पहले ब्राह्मण मुख्यमंत्री थे।
पहले ही अटकलें शुरू हो गई हैं कि नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को हो सकता है और वह भी दक्षिण मुंबई के विशाल वानखेड़े स्टेडियम में, जहां 10 साल पहले फडणवीस ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
निर्वाचन आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने अब तक 92 सीट जीती हैं और 41 पर आगे चल रही है, शिवसेना (शिंदे गुट) ने 43 सीट जीती हैं और 14 सीट पर आगे चल रही है, जबकि राकांपा (अजित पवार गुट) ने 34 सीट जीती हैं और सात सीट पर आगे चल रही है।
एमवीए में, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के उम्मीदवार 6 सीटें जीत चुके हैं और चार सीट पर आगे चल रहे हैं, कांग्रेस ने 10 सीट जीती हैं और उसके उम्मीदवार पांच सीट पर आगे चल रहे हैं, जबकि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने 17 सीटें जीती हैं और तीन सीट पर आगे चल रहे हैं।
विपक्षी महा विकास आघाडी (शिवसेना-उबाठा), कांग्रेस और (राकांपा-एसपी))को करारी हार का सामना करना पड़ा, उसके उम्मीदवार मात्र 45 सीट जीते हैं या आगे हैं, जो सुबह उसके कई वरिष्ठ नेताओं द्वारा किये गए दावों से कोसों दूर है। एमवीए नेताओं ने सुबह दावा किया था कि महायुति को हार का सामना करना पड़ेगा।
नतीजों के अनुसार, महाराष्ट्र में निम्न सदन में नेता प्रतिपक्ष नहीं हो सकता है, क्योंकि नियमानुसार किसी भी पार्टी के पास विधानसभा के कुल सदस्यों का कम से कम 10 प्रतिशत सदस्य होना चाहिए तथा गठबंधन के रूप में यह संख्या नहीं जुटाई जा सकती है।
विजेताओं में भाजपा के कालिदास कोलंबकर भी शामिल हैं, जिन्होंने वडाला निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना (उबाठा) की श्रद्धा जाधव को 16 चरण की मतगणना के बाद 24,973 मतों से मात दी और लगातार नौवीं बार विधायक बने।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस तथा अजित पवार ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज की है। कांग्रेस के वरिष्ठ पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट अपना-अपना चुनाव हार गए हैं जबकि नेता नाना पटोले सकोली विधानसभा सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से पीछे चल रहे हैं।
शिंदे ने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजे ऐतिहासिक हैं और इससे पता चलता है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना किसकी पार्टी है।
फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई विवाद नहीं है और महायुति के नेता मिलकर इस मुद्दे पर निर्णय लेंगे क्योंकि भाजपा नीत गठबंधन प्रचंड जीत की ओर बढ़ रहा हैउन्होंने कहा कि नतीजों से पता चलता है कि राज्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का समर्थन करता है। उन्होंने महिला मतदाताओं को भी धन्यवाद दिया। फडणवीस ने कहा, ‘‘फर्जी बयानबाजी और धर्म के आधार पर मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने के विपक्ष के प्रयासों को जनता ने नाकाम कर दिया।’’
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मतदाताओं, भाजपा टीम और पार्टी नेताओं के समर्थन से वह विपक्ष के चक्रव्यूह को तोड़ने में सफल रहे।
केंद्रीय गृहमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने फडणवीस को फोन कर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रभावशाली प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
फडणवीस के करीबी सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शाह ने फोन कर उन्हें चुनाव में पार्टी के मजबूत प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
देवेन्द्र फडणवीस की मां सरिता फडणवीस ने भी महायुति के प्रदर्शन पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कभी किसी अफवाह पर विश्वास नहीं किया और जानती थी कि वह (देवेंद्र) अच्छा करेंगे। पार्टी की सफलता का श्रेय मुख्यमंत्री मांझी लाडकी बहिन योजना और देवेंद्र के प्रयासों और लोकप्रियता को दिया जा सकता है… वह बहुत बुद्धिमान, होशियार और साहसी हैं और इसी वजह से उन्हें यह सफलता मिली है।’’
लाडकी बहिन योजना पर उन्होंने कहा, ‘‘मेरी कोई बेटी नहीं है, लेकिन इस योजना के माध्यम से अब मुझे बहुत सारी बेटियां और उनकी शुभकामनाएं मिल रही हैं।’’
भाजपा महासचिव विनोद तावडे ने संवाददाताओं से, ‘‘ फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने मिलकर काम किया और लोगों का भरोसा जीता। शरद पवार ने शिवसेना और भाजपा के स्वाभाविक गठबंधन को तोड़ दिया। इससे बालासाहेब ठाकरे के वोटर नाराज थे।’’
उन्होंने शिवसेना नेता संजय राउत का नाम लिए बिना कहा, ‘‘हर दिन, भांडुप से कोई न कोई व्यक्ति राज्य की राजनीति को दूषित करता है।’’ राउत भांडुप के ही निवासी हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतों की गिनती शनिवार सुबह आठ बजे शुरू हुई। इस चुनाव में सभी की निगाहें सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत महायुति और सत्ता में वापसी की कोशिश में जुटे महा विकास आघाडी (एमवीए) के बीच मुकाबले के नतीजे पर टिकी रही।
इस बार चुनाव में अंतिम मतदान प्रतिशत 66.05 रहा, जो 2019 में 61.1 प्रतिशत था।
महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी ने 149 विधानसभा सीट पर, शिवसेना ने 81 सीट पर और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 59 निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे थे।
विपक्ष के एमवीए गठबंधन में, कांग्रेस ने 101 उम्मीदवार, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने 95 और राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने 86 उम्मीदवार खड़े किए।