अयोध्या (उप्र): 16 अक्टूबर (ए) भाजपा के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ ने 2022 के चुनाव में मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अवधेश प्रसाद के निर्वाचन को चुनौती देने वाली अपनी याचिका वापस लेने के लिए बुधवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय का रुख किया।
प्रसाद के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद मिल्कीपुर सीट खाली हो गई है। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा की, लेकिन उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में याचिका लंबित रहने के कारण मिल्कीपुर सीट पर चुनाव का ऐलान नहीं किया।गोरखनाथ ने कहा, “मैंने मुकदमा वापस लेने का अनुरोध किया है। अदालत बृहस्पतिवार को मेरी याचिका पर सुनवाई करेगी।”
गोरखनाथ ने कहा कि वह “मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव का मार्ग प्रशस्त करने के लिए” याचिका वापस ले रहे हैं।
याचिका में आरोप लगाया गया था कि अवधेश प्रसाद ने नामांकन पत्र दाखिल करते समय गलत शपथ ली थी। रिट में आरोप लगाया गया था कि प्रसाद के दस्तावेजों को प्रमाणित करने वाले नोटरी के पास सत्यापन की तिथि पर वैध लाइसेंस नहीं था।
हाल के आम चुनावों में फैजाबाद लोकसभा सीट से निर्वाचित प्रसाद ने ‘ बात करते हुए कहा, “मैंने लगभग चार महीने पहले मिल्कीपुर सीट से इस्तीफा दे दिया था। मुकदमा वापस लेना गोरखनाथ का नैतिक कर्तव्य था और उन्हें मेरे इस्तीफे के तुरंत बाद अपना मुकदमा वापस ले लेना चाहिए था।”
सपा ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजित प्रसाद को मिल्कीपुर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।