कानपुर (उप्र), छह जून (ए) पुलिस ने कानपुर में गत शुक्रवार को हुई हिंसा में संलिप्तता के आरोप में सोमवार को नौ और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की कुल संख्या बढ़कर 38 हो गई।
इस बीच, पुलिस ने बताया कि हिंसा में कथित तौर पर शामिल प्रमुख आरोपियों के होर्डिंग बनाए गए हैं और इन्हें प्रभावित इलाकों और आसपास के इलाकों में प्रमुख स्थानों पर लगाया जाएगा।
अपर पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा, ‘‘हमने सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिप के माध्यम से लगभग 100 और दंगाइयों एवं पथराव करने वालों की पहचान की है।”
उन्होंने कहा कि तलाश अभियान जारी है और दंगाइयों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) (डीसीपी)प्रमोद कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि तीन जून की हिंसा में कथित तौर पर शामिल करीब 20 प्रमुख आरोपियों की तस्वीरों वाले 25 होर्डिंग प्रभावित इलाकों में और उसके आसपास प्रमुख स्थानों पर लगाए जायेंगे।
उन्होंने कहा कि लोगों से इन दंगाइयों की पहचान में पुलिस की मदद करने और उनके बारे में जानकारी देने की अपील की जाएगी और साथ ही थाना प्रभारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के संपर्क नंबर दिए जाएंगे।
कुमार ने कहा, “हमने वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपी व्यक्तियों की तस्वीरें एकत्र की हैं।”
इसके अलावा, डीसीपी (दक्षिण) संजीव त्यागी की अगुवाई वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) की सहायता के लिए तीन और विशेष दलों का गठन किया गया है।
पहले विशेष दल में चार सदस्य शामिल हैं, जिसका नेतृत्व अपर डीसीपी (पूर्वी) राहुल मीठा करेंगे। इसे सीसीटीवी फुटेज की निगरानी करने और सभी आरोपियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज को एसआईटी को सौंपने के लिए गठित किया गया है।
सहायक उपायुक्त स्वरूप नगर बृजनारायण सिंह के नेतृत्व वाले एक अन्य पांच सदस्यीय विशेष दल को एक पेट्रोल पंप से खुली बोतल और कंटेनर में पेट्रोल दिए जाने के मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है।
सहायक उपायुक्त (छावनी) की अगुवाई वाला तीसर दल सोशल मीडिया पर की जाने वाली भड़काऊ, झूठी और घृणास्पद पोस्ट पर नजर रखेगा।