लखनऊ,06 अगस्त (ए)। उत्तर प्रदेश के गांवों में रहने वाले लोगों को आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अब अपनी ग्राम पंचायत में स्थापित जन सेवा केन्द्रों तक पहुंचना होगा। वहां आवेदन देने के बाद बहुत आसानी से उनके प्रमाणपत्र बन जाएंगे। साथ में डिजिटल पेंमेंट के माध्यम से इन सुविधाओं की फीस जमा हो सकेगी। सरकारी योजनाओं का लाभ भी इन जन सेवा केन्द्रों पर तत्काल मिलेगा।
प्रदेश के इतिहास में पहली बार राज्य सरकार यूपी में हर ग्राम पंचायत में दो जनसेवा केंद्र स्थापित करने जा रही है। इसकी कार्यवाही शुरू हो चुकी है। 16 नवम्बर 2020 से शुरू की गई सीएससी 3.0 योजना से आज तक प्रदेश में 1,52,830 जन सेवा केन्द्र स्थापित करा दिए गए हैं। इन जनसेवा केन्द्रों में डिजिटल पेमेन्ट को बढ़ावा देने के लिए भीम एप से एकीकृत किया गया है। साथ में आय, जाति, निवास प्रमाणपत्र आदि का शुल्क प्रति आवेदन 30 रुपये तय कर दिया गया है।
जन सेवा केन्द्र संचालकों को पहले की तुलना में अब प्रति आवेदन मिलने वाले शुल्क में भी वृद्धि की गई है। कोविड-19 के दौरान सरकार की ओर से की गई शुरुआत का लाभ गांव के लोगों को अधिक मिला है। ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल से जुड़े केन्द्रों पर 59, 639 लोग आज तक कोविड टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक प्रदेश सरकार ने ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल के माध्यम से 36 विभागों की 267 शासकीय सेवाओं को जन सुविधा केन्द्रों और सीधे इंटरनेट से जोड़ा है। इस सुविधा से राज्य सरकार की योजनाओं का 24.50 करोड़ लोग लाभ उठा चुके हैं।