महाकुंभनगर: 27 फरवरी (ए) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि महाकुंभ में ड्यूटी करने वाले 75,000 जवानों को ‘महाकुंभ सेवा मेडल’ और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अराजपत्रित पुलिसकर्मियों को 10,000 रुपये का विशेष बोनस और सभी को चरणबद्ध तरीके से एक सप्ताह का अवकाश प्रदान किया जाएगा।
महाकुंभ 2025 की पूर्णाहुति के अवसर पर गंगा मंडपम में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों को संबोधित करते मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों के धैर्य और शालीनता की प्रशंसा की।उन्होंने कहा, “महाकुंभ जैसा विशाल आयोजन एक बड़ी चुनौती था, लेकिन हमने इसे एक नयी ऊंचाई तक पहुंचाया। यह आप सभी (पुलिस) के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है।”
योगी ने महाकुंभ की आलोचना करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा, “जो महाकुंभ का भागीदार बना होगा, वही इसके कौशल और स्तर के बारे में समझ पाएगा। किसी कोने में बैठकर विद्वेष भाव से टिप्पणी कर देना आसान बात है।”
मुख्यमंत्री ने पुलिस बल की क्षमता और समर्पण की सराहना करते हुए कहा, “प्रयागराज की स्थाई आबादी 25 लाख है, लेकिन महाकुंभ में प्रतिदिन औसतन डेढ़ से दो करोड़ लोग आए। हमें पहले दिन से भरोसा था कि हम इसे सफल बनाएंगे, क्योंकि पिछले साढ़े आठ वर्षों में हमने पुलिस की क्षमता को करीब से देखा है।”
उन्होंने कहा कि पुलिस, अर्धसैनिक बल, होमगार्ड, पीआरडी, जल पुलिस, यातायात पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और पीएसी के व्यवहार की तारीफ हर व्यक्ति कर रहा है।
योगी ने पुलिस सुधारों पर जोर देते हुए कहा कि 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों की स्थिति को बेहतर करने का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा, “लखनऊ पुलिस लाइन में टूटी छत और चारपाई पर सोते जवानों को देखकर मैंने तुरंत सुधार का फैसला लिया। आज उत्तर प्रदेश पुलिस का बजट 40,000 करोड़ रुपये है। हर जनपद में पुलिस बैरक की सबसे बड़ी इमारतें बन रही हैं।”
योगी ने कहा, “54 पीएसी कंपनियों, जिन्हें समाप्त कर दिया गया था, उन्हें बहाल किया गया है। वहीं, तीन महिला बटालियन शुरू की गई हैं और 1,56,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती पूरी की गई है, जबकि 60,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती प्रक्रिया जारी है। आगे और 30,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी।”
उन्होंने कहा, “महाकुंभ में पुलिस ने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। मौनी अमावस्या पर एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई, लेकिन 15-20 मिनट में ग्रीन कॉरीडोर बनाकर घायलों को इलाज मुहैया कराया गया। आग की घटनाओं को 10 मिनट में नियंत्रित किया गया, जिसमें कोई जनहानि नहीं हुई।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “महाकुंभ ने भारत की वैश्विक छवि को मजबूत किया और उत्तर प्रदेश को देश में नयी पहचान दी। 28 से 30 जनवरी के बीच मात्र तीन दिन में 15 करोड़ लोग महाकुंभ में आए। जो भी आया, संगम में डुबकी लगाकर अभिभूत होकर गया और आपको धन्यवाद देकर गया।”