लखीमपुर खीरी,06 अक्टूबर (ए)। उत्तर प्रदेश का लखीमपुर खीरी जिला भारतीय राजनीति का सबसे बड़ा अखाड़ा बन गया हैं इस कड़ी में बुधवार को यहां पहुंचे राहुल गांधी ने सरकार के खिलाफ लखीमपुर खीरी के नाम पर रण शुरू कर दिया है। वहीं, प्रियंका गांधी पहले से ही मोर्चे पर डटी हैं। फिलहाल इजाजत के बाद राहुल-प्रियंका सीतापुर से लखीमपुर खीरी पहुंच चुके हैं। पलिया कलां में वो हिंसा में मारे गए मृतक किसान के परिवार से मुलाकात किया। इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं सांसद दीपेंद्र हुड्डा मौजूद थे। गौरतलब है कि लखीमपुर में हुई हिंसा का सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस सूर्य कांत और हीमा कोहली की बेंच कल इस मामले पर सुनवाई करेगी। रविवार को यहां हुई हिंसा में 4 किसानों सहित 9 लोगों की मौत हो गई थी। किसानों का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों को गाड़ी से कुचलकर मार डाला, जबकि मंत्री और उनके बेटे का दावा है कि वह मौके पर मौजूद नहीं थे। गुस्साए किसानों ने इसके बाद तोड़फोड़ और आगजनी की। केंद्रीय मंत्री के ड्राइवर के अलावा बीजेपी के 3 कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। कवरेज के दौरान घायल हुए एक पत्रकार ने भी अगले दिन दम तोड़ दिया। यूपी पुलिस ने किसानों की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर केंद्रीय मंत्री के बेटे के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है तो वहीं मौके से भागकर जान बचाने वाले बीजेपी नेता सुमित ने भी अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दी है। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।