नयी दिल्ली, पांच अगस्त (ए) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि धन शोधन की एक जांच के सिलसिले में तमिलनाडु के मंत्री वी सेंथिल बालाजी और अन्य के खिलाफ की गई तलाशी में एक चालक के घर से 16 लाख रुपये से अधिक मूल्य की बेहिसाबी कीमती वस्तुएं और 22 लाख रुपये नकद कथित तौर पर बरामद किये गए हैं।.
राज्य के कोयंबटूर और करूर जिलों में तीन अगस्त को ये छापे मारे गए, जिसके तहत बालाजी से संबद्ध नौ स्थानों पर तलाशी ली गई। बालाजी अभी चेन्नई के पुझल केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में हैं।.एम.के. स्टालिन नीत तमिलनाडु सरकार में बालाजी (47) अब भी बिना विभाग के मंत्री हैं। उन्हें ईडी ने राज्य के परिवहन विभाग में ‘नौकरी के बदले नकदी’ घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में 14 जून को गिरफ्तार किया था।
ईडी ने कहा कि उसने खुफिया सूचनाएं मिलने के बाद छापे मारे, जिसमें बताया गया था कि बालाजी के करीबी सहयोगी एस टी सामीनाथन के पास अपराध से जुड़े दस्तावेज/अपराध की आय हैं और वह उन्हें छिपाने या दूसरी जगह भेजने की कोशिश कर रहे हैं।
सामीनाथन के परिसरों में छापे मारे गये और यह पाया गया कि उनकी करीबी रिश्तेदार शांति उनके ‘‘बेनामी के तौर पर काम कर रही थीं और दस्तावेज तथा कीमती वस्तुएं थैले में ले जाते देखी गईं’’।
एजेंसी ने कहा कि ईडी के दलों ने शांति के परिसरों पर छापा मारा, लेकिन वह वहां नहीं थी।
सीसीटीवी फुटेज से यह पता चला कि थैले एक चालक को सौंपा गये थे, जिसकी पहचान शिवा के रूप में की गई।
ईडी ने कहा कि शिवा के मकान की तलाशी लिये जाने पर वह वहां नहीं मिला और उसने शांति के घर तलाशी की सूचना मिलने पर अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था।
ईडी ने दावा किया, ‘‘शिवा के आवास पर तलाशी के दौरान, 22 लाख रुपये नकद और 16.6 लाख रुपये की बेहिसाबी कीमती वस्तुओं के साथ-साथ 60 भूखंडों के दस्तावेज मिले।’’
एजेंसी ने कहा कि शांति एक गृहिणी है और उसके पास आय का कोई स्रोत नहीं है तथा उसने तलाशी की कार्यवाही में सहयोग नहीं किया।
एजेंसी ने कहा कि चालक शिवा ने अपने बयान में स्वीकार किया कि शांति ने उसे थैले दिये थे, क्योंकि उसे दोष साबित करने वाले दस्तावेज जांच एजेंसी के हाथ लग जाने का डर था।
ईडी ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि जब्त की गई संपत्ति और नकदी सामीनाथन की है।’