लखनऊ, 08 फरवरी (ए)। दिल्ली में रहकर पढ़ाई करने वाली एक युवती काकोरी इलाके के सिकरौली स्थित एक निजी हॉस्पिटल में नौकरी करती थी। इस दौरान उसके साथ एक युवक ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। जब वह दिल्ली वापस चली गई तो आरोपी उसे धमकी देने वहां भी पहुंच गए। जिसके बाद पीड़िता काकोरी थाने में तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने हयात हॉस्पिटल के मालिक सहित चार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार मूलरूप से यूपी के सीतापुर के बेगरिया की रहने वाली युवती दिल्ली के शाहीन बाग के पास रहकर पढ़ाई करती थी। लॉकडाउन के दौरान उसे पैसों की दिक्कत हुई। युवती के मुताबिक, उसके परिचित ने बताया कि काकोरी के एक निजी हॉस्पिटल में नौकरी निकली है। उसे अक्तूबर में हॉस्पिटल में नौकरी मिल गई। उसने नौकरी शुरू कर दी। पीड़िता का आरोप है कि अस्पताल सुपरवाइजर नावेद भी साथ ही काम करता था। उसने अपनी बातों में फंसाकर शादी का झांसा दिया। कुछ दिनों तक उसने दोस्ती की और फिर एक दिन उसके साथ शादी का दबाव बनाकर 13 दिसंबर को दुष्कर्म किया। पीड़िता का आरोप है कि नावेद जब उसके साथ दुष्कर्म कर रहा था। उसी समय उसके दोस्त दाउद ने चोरी से वीडियो बना लिया। आरोप है कि 16 दिसंबर को दाउद और नावेद ने वीडियो दिखाई और इसके बाद शादी के लिए मना कर दिया। साथ ही वीडियो को वायरल करने की धमकी दी। दोनों ने धमकी देने के बाद उसके साथ संबंध बनाए। इसके बाद धमकी दी कि किसी को बताया तो वीडियो वायरल कर देंगे। जब यह बात हॉस्पिटल के मालिक जहीर अहमद सिद्दीकी और नावेद के भाई आदिल को बताई तो दोनों भड़क गए। युवती को चुप रहने की धमकी दी गई। आरोप है कि उसके पीछे गुंडे लगाये गए। पीड़िता का आरोप है कि वारदात से वह काफी परेशान हो गई। वापस 23 दिसंबर को दिल्ली चली गई। इसकी जानकारी होने पर आरोपियों ने तलाश शुरू की। आरोप है कि 26 दिसंबर को नावेद का भाई आदिल दिल्ली के शाहीन बाग ओखला मेट्रो स्टेशन के पास अचानक से सामने आ गया। उसने हाथ पकड़ लिया और बोला हम तुझे यहां भी नहीं छोड़ेंगे। आदिल ने वहां फिर से वही वीडियो दिखाई जो नावेद व दाउद ने बनाई थी। उसने ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। किसी तरह से पीछा छुड़ाकर वह वहां से भागी।
पीड़िता का आरोप है कि उसने 29 दिसंबर को शाहीन बाग थाने में तहरीर दी। प्रभारी निरीक्षक काकोरी कुलदीप सिंह गौर के मुताबिक, पीड़िता की तहरीर पर दिल्ली के शाहीन बाग थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। वारदात स्थल काकोरी होने के कारण केस स्थानांतरित कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
