वाराणसी (उत्तर प्रदेश), तीन मार्च (ए) समाजवादी पार्टी (सपा) से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी गठित करने वाले शिवपाल सिंह यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि जनता के कहने पर उन्होंने सपा अध्यक्ष और अपने भतीजे अखिलेश यादव से हाथ मिलाया है।
शिवपाल ने यहां सपा गठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा, “जब हम उत्तर प्रदेश के दौरे पर निकले थे, उस समय आपने हमसे एक ही मांग की थी कि चाचा भतीजे एक हो जाओ तभी भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस प्रदेश से हट सकती है। आपकी बात को मान कर हम और अखिलेश एक हो गए हैं। अब आपको निर्णय लेना है।” उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा, “10 मार्च को इस प्रदेश से भाजपा का सफाया आपको करना है। यह काम आपके वोट से होना है। हम आप से पूछना चाहते हैं कि बनारस की सभी सीटों पर गठबंधन के उम्मीदवार जीतेंगे या नहीं।” गौरतलब है कि सितंबर 2016 में अखिलेश यादव की सरकार में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव और उनके समर्थक कई मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था, उसके बाद अखिलेश और शिवपाल के बीच तल्खी बहुत बढ़ गई थी।
बाद में शिवपाल ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया नाम से एक अलग दल बना लिया था और 2019 के लोकसभा चुनाव में वह फिरोजाबाद सीट से सपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़े थे। लंबे समय तक अलग रहने के बाद पिछले साल के अंत में शिवपाल और अखिलेश ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था