जमशेदपुर, गोरखपुर,30 मार्च (ए)। उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने मुख्तार अंसारी गैंग के ढाई लाख के एक इनामी शूटर अनुज कनौजिया को जमशेदपुर में मुठभेड़ में मार गिराया है। शूटर अनुज कनौजिया पर 2.5 लाख रुपये का इनाम था और यूपी पुलिस को कई संगीन मामलों में उसकी तलाश थी। जानकारी के अनुसार, यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस को अनुज कनौजिया के जमशेदपुर में होने की सूचना मिली थी। इसके बाद एसटीएफ और झारखंड पुलिस ने अनुज कनौजिया को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने शूटर को मार गिराया। हालांकि, मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक (डीवाईएसपी) डीके शाही घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, वह मुख्तार अंसारी गैंग के लिए शूटर्स की भर्ती और हत्याओं की साजिश रचने का काम करता था। पुलिस ने एनकाउंटर स्थल से हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामान भी बरामद किया है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) अमिताभ यश ने कहा, “एसटीएफ और झारखंड पुलिस ने सूचना के आधार पर अनुज कनौजिया को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी। क्रॉस फायरिंग में अनुज कनौजिया मारा गया।” पांच साल से अधिक समय से फरार चल रहा अनुज कनौजिया हत्या, रंगदारी, जमीन हड़पने और हथियारों की तस्करी समेत 23 आपराधिक मामलों में वांछित था। उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने हाल ही में अनुज कनौजिया को में मददगार कोई भी सूचना देने पर इनाम की राशि 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये कर दी थी। उत्तर प्रदेश एसटीएफ एडीजी ने कहा, “जमशेदपुर में अनुज कनौजिया की गतिविधि के बारे में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन शुरू किया गया था। जब पुलिस टीम ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, तो अनुज कनौजिया ने लगभग 20 राउंड फायरिंग की और भागने की कोशिश में एक बम भी फेंका। इससे सुरक्षा बलों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी, जिसके बाद दोनों तरफ से भीषण गोलीबारी हुई। गोलीबारी के दौरान डीएसपी डीके शाही के कंधे में गोली लग गई, लेकिन उन्होंने ऑपरेशन का नेतृत्व करना जारी रखा। आखिरकार, अनुज कनौजिया को कई गोलियां लगने के बाद मार गिराया गया। उसे पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।”
