नयी दिल्ली: 21 अप्रैल (ए) चार वर्षीय स्नातक डिग्री वाले छात्र अब सीधे राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) में शामिल होने के साथ ही पीएचडी भी कर सकते हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने यह जानकारी दी।
जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के साथ या उसके बिना पीएचडी करने के लिए अभ्यर्थियों को अपने चार साल के स्नातक पाठ्यक्रम में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक या समकक्ष ग्रेड की आवश्यकता होगी।
कुमार ने बताया, “चार साल की स्नातक डिग्री वाले उम्मीदवार अब सीधे पीएचडी कर सकते हैं और नेट के लिए उपस्थित हो सकते हैं। ऐसे उम्मीदवारों को उस विषय में उपस्थित होने की अनुमति है जिसमें वे पीएचडी करना चाहते हैं, चाहे उन्होंने जिस भी विषय में चार साल की स्नातक डिग्री प्राप्त की हो।”
यूजीसी के अध्यक्ष ने कहा, “चार साल या आठ सेमेस्टर के स्नातक डिग्री कार्यक्रम में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों के पास कुल मिलाकर न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक या एक बिंदु पैमाने पर इसके समकक्ष ग्रेड होना चाहिए, जहां भी ग्रेडिंग प्रणाली का पालन किया जाता है।”
यूजीसी के निर्णय के अनुसार एससी, एसटी, ओबीसी (नॉन-क्रीमी लेयर), दिव्यांग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और अन्य श्रेणियों के उम्मीदवारों के लिए पांच प्रतिशत अंक या इसके समकक्ष ग्रेड की छूट दी जा सकती है।