लखनऊ-जौनपुर,तीन दिसंबर (ए)। यूपी में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के केन्द्रीय आह्वान पर 15 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 5 दिनों से जारी कार्य बहिष्कार शनिवार को स्थगित हो गया। इस बाबत जानकारी देते हुये बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के जौनपुर संयोजक निखिलेश सिंह ने बताया कि शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री अरविन्द शर्मा एवं मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार अवनीश अवस्थी के साथ समिति के प्रदेश संयोजक शैलेन्द्र दुबे सहित अन्य संगठन के पदाधिकारियों से वार्ता हुई। वार्ता के अनुसार अब यह आन्दोलन 15 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। साथ ही विद्युतकर्मी समस्त लाइन फाल्ट तत्काल दुरुस्त करना शुरू कर दिये। इसके अलावा समस्त विद्युत फ़ॉल्ट भी अतिशीघ्र दूर हो जायेंगे।
इसके पहले शनिवार को सुबह 132 के0वी0 अधीक्षण अभियन्ता कार्यालय जौनपुर के परिसर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले इं. हरीश प्रजापति की अध्यक्षता में कार्य बहिष्कार हुआ जहां उपस्थित जनपद के ऊर्जा क्षेत्र के कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर, अभियन्ता, संविदाकर्मी भारी संख्या में जुटे। सभा को इं. पंकज जायसवाल, इं. सियाराम, इं. हरिकेश यादव, संजय यादव, सत्य नरायण, प्रमोद मौर्या, उपाध्याय आदि ने सम्बोधित करते हुये प्रबन्धन को जन विरोधी तथा कर्मचारी विरोधी बताया।
इस अवसर पर इं. ए0के0 सिंह, इं. शुभेन्दु शाह, इं. आनन्द गौतम, इं. सौरभ मिश्रा, इं. आलोक उपाध्याय, इं. विपिन गुप्ता, इं. आतिश यादव, इं. अशोक सिंह, इं. तारा सिंह, इं. धर्मेन्द्र मौर्या, इं. निर्भिक भारती, अश्वनी श्रीवास्तव, अरविन्द मिश्रा, विश्राम मौर्या, निधि श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव, रतन श्रीवास्तव, विवेक कुमार, अखिलेश तिवारी, मुकुन्द यादव, चन्द्रशेखर उपाध्याय, मोहन पान्डेय, अमित खरे, इन्द्रजीत पाल, पवन कुमार, प्रणव सिंह, रंजन यादव, ऋषि श्रीवास्तव, शैलेश श्रीवास्तव, कुलदीप यादव, हरेन्द्र कुमार, राहुल, चन्द्रशेखर मण्डल, अशोक पटेल, जितेन्द्र यादव, विजय यादव, रविन्दर सिंह, अखिलेश तिवारी, विजय चैहान, सन्तराम, प्रीतम श्रीवास्तव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन करते हुये बिजली कर्मचारी संयुक्त सघर्ष समिति के संयोजक निखिलेश सिंह ने कहा कि 15 दिन के बाद समिति के प्रदेश कार्यसमिति द्वारा लिये गये निर्णय के अनुसार आगे की रणनीति की जायेगी। फिलहाल अब सभी कर्मचारी अपने—अपने काम पर लगना शुरू हो गये हैं।