भोपाल: 10 मार्च (ए) मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को भोपाल में कांग्रेस की ओर से आयोजित एक विरोध-प्रदर्शन कार्यक्रम में मंच गिरने से एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। विपक्षी पार्टी के नेताओं ने यह जानकारी दी।
कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने ‘ बताया कि यह घटना उस समय हुई, जब नेता मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की विफलताओं और किसान विरोधी नीतियों को उजागर करने के लिए विधानसभा परिसर तक मार्च निकालने से पहले रंगमहल चौराहे के पास प्रदर्शनकारियों को संबोधित कर रहे थे। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के प्रवक्ता और पार्टी के मीडिया विभाग के सह-समन्वयक अभिनव बरोलिया ने बताया कि घायलों में पांच महिलाएं शामिल हैं और तीन से चार घायलों को गंभीर चोटें आई हैं।
बरोलिया ने कहा, ‘घटना में मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के राजनीतिक सलाहकार राजीव सिंह, वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल, प्रदेश इकाई की महासचिव रोशनी यादव और मध्यप्रदेश कांग्रेस महिला सेवा दल की प्रमुख राजकुमारी रघुवंशी घायल हुई हैं। मैं घायलों की सही संख्या नहीं बता सकता, क्योंकि वे सभी अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। तीन से चार लोगों को गंभीर चोटें आई हैं।’
उन्होंने ‘ बताया कि मंच पर भीड़ अधिक होने के कारण यह गिर गया होगा। हालांकि, पार्टी विभिन्न पहलुओं पर विचार कर रही है।
टीटी नगर के सहायक पुलिस आयुक्त चंद्र शेखर पांडे ने कहा कि कांग्रेस ही घायलों की सही संख्या बता पाएगी।
पांडे ने कहा, ‘वे (कांग्रेस नेता) पुलिस के साथ झड़प या लाठीचार्ज में घायल नहीं हुए। इसलिए मैं यह नहीं बता पाऊंगा कि कितने लोग घायल हुए हैं। मंच भी कांग्रेस ने ही बनवाया था।’
इस बीच, विधानसभा परिसर में कांग्रेस के मार्च को पुलिस ने बीच में ही रोक दिया और पानी की बौछारें कीं।
भोपाल जोन एक की अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रश्मि अग्रवाल दुबे ने कहा, ‘हमने प्रदर्शनकारियों को विधानसभा तक मार्च करने से रोकने के लिए इलाके में बैरिकेड लगा दिए हैं।’
घायल पार्टी पदाधिकारियों से मिलने अस्पताल पहुंचे मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने कहा कि मोहन यादव सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल जाता।
विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने कहा कि किसानों को राहत मिलने तक ‘सड़क से सदन’ तक विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा।