दार-ए-सलाम, 06 जून (ए)। किसी को कैसे कपड़े पहनने हैं, यह तय करने का अधिकार भी उसी का होना चाहिए। हालांकि, महिलाओं के लिए अपने कपड़ों पर फैसला लेना उतना भी आसान नहीं, फिर चाहे वह महिला किसी ऊंचे पद पर ही क्यों न हो। ऐसा ही देखने को मिला है तंजानिया में, जहां एक महिला सांसद को संसद से सिर्फ इसलिए बाहर निकाल दिया गया क्योंकि उनकी पैंट ‘टाइट फिटिंग’ की थी।
तंजानिया की इस महिला सांसद कॉनडेस्टर शिजवेल को संसद के स्पीकर ने बाहर निकाला। स्पीकर जॉब डुगाई ने महिला सांसद से कहा, ‘जाइए पहले ढंग के कपड़े पहनिए और फिर संसद में आइए।’
इस पूरे मामले की शुरुआत तब हुई जब एक पुरुष सांसद हुसैन अमर ने कॉनडेस्टर के कपड़े देख कहा, ‘हमारी कुछ बहनों ने अजीब कपड़े पहने हैं। वे समाज को क्या दिखा रही हैं?’
हुसैन अमर का तर्क था कि संसद में समाज की सोच और उसकी झलक दिखती है। उन्होंने संसद के नियमों को हवाला देते हुए ये भी बताया कि क्यों महिलाओं को संसद में टाइट जीन्स पहनकर नहीं आना चाहिए।
कॉनडेस्टर के कपड़ों को अजीबोगरीब बताकर उन्हें संसद से बाहर निकाले जाने को लेकर दूसरी महिला सांसदों में नाराजगी है। महिला सांसदों ने कॉनडेस्टर को इस तरह संसद से बाहर निकाले जाने पर कहा कि इसके लिए माफी मांगी जानी चाहिए।
वहीं, महिला सांसद को बाहर निकाले जाने के बाद स्पीकर ने कहा कि यह पहली बार नहीं जब उन्हें महिला सदस्यों के कपड़ों को लेकर शिकायत मिली है। उन्होंने संसद के सुरक्षाकर्मियों तक को यह निर्देश दे दिए कि अगर कोई ‘बेढंग’ कपड़ों में दिखे तो उसे सदन में घुसने न दिया जाए।
