कोटा,05 सितम्बर (ए)। राजस्थान में कोटा के गुमानपुरा थाने की डबल लॉक अलमारी में रखे 11 लाख रुपये के जेवरात व नकदी चोरी हो गए। हद तो तब हो गई जब वारदात स्थल पर आम लोगों का आना-जाना भी नहीं होता. हर वक्त पुलिस का जाब्ता तैनात रहता है। वारदात के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। लेकिन बदनामी के डर से डेढ़ माह तक भी मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया। पुलिस अधिकारी ने आईजी और एसपी से गुहार लगाने के बाद मामला दर्ज हो गया. लेकिन फिलहाल पुलिस के हाथ खाली हैं। पिछले 31 जुलाई को रिटायर्ड होने के बाद अब पीड़ित पुलिस अधिकारी न्याय की मांग को लेकर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। मिली खबर के अनुसार बताया जाता है कि 2021 के कोरोना काल में गुमानपुरा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर रामकरण नागर व पत्नी कोरोना की चपेट में आ गए ओर एसआई की पत्नी की कोरोना के चलते मौत हो गई थी। घर पर चोरी होने के डर से सब इंस्पेक्टर रामकरण नागर ने नकदी सहित करीब 11 लाख रुपये के जेवरात गुमानपुरा थाने में अपनी अलमारी में रख दिए थे. कई बार चेक किया तो जेवरात सलामत मिले थे. लेकिन 16 जुलाई 2022 को जब सब इंस्पेक्टर ने अलमारी खोली तो गहने गायब थे. पीड़ित सब इंस्पेक्टर ने सीआई, एसपी और आईजी तक गुहार लगाई लेकिन पुलिस की बदनामी के डर से मामला दर्ज नहीं हो पाया। इसी दौरान 31 जुलाई को सब इंस्पेक्टर राम करण नागर रिटायर्ड हो गए और अब रिटायर हो चुके पुलिस अधिकारी की पीड़ा पुलिस भी नहीं सुन पा रही है। चोरी का मामला दर्ज पीड़ित रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने चंद पुलिसकर्मियों पर शक जाहिर करते हुए नारकोटेस्ट की मांग भी उठाई
लेकिन फिलहाल इस मामले में कोई आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ। जिस पुलिस विभाग में रामकरण ने 40 साल तक दिन-रात एक करके सेवा की, उसी विभाग में अब यह रिटायर्ड पुलिस अधिकारी न्याय की गुहार लगा रहा है। पहले तो डेढ़ माह तक मामला तक दर्ज नहीं हुआ और अब मामला दर्ज हुआ तो कोई राहत नहीं मिल पाई। जबकि पीड़ित रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने 10 पुलिसकर्मियों पर शक जाहिर किया है। सच उगलवाने के लिए नारकोटेस्ट की मांग भी उठाई है. क्योंकि जहां चोरी की वारदात हुई वहां आम लोगों का आना-जाना नहीं होता है और 24 घंटे पुलिसकर्मियों का जाब्ता तैनात रहता है। फिलहाल यह रिटायर्ड एसआई अब बड़े बड़े पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहा है।jsr