अशोकनगर, 28 अक्टूबर (ए)। मध्य प्रदेश में एक 46 साल की महिला और उसके 29 साल के दामाद को 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। आरोप है कि इस महिला ने अपने दामाद के साथ मिलकर अपने पड़ोसियों पर गैंगरेप का झूठा आरोप लगाया और झूठे सबूत भी दिखाए। गुरुवार को सीनियर पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने इस बात की जानकारी दी। अशोक नगर जिले के एडिशन डिस्ट्रिक्ट प्रॉसिक्यूटर मोहम्मद आज़म ने कहा कि महिला और उसके दामाद के बीच रिश्ते थे। साल 2014 में इन दोनों ने मिलकर अपने पड़ोसियों को फंसाने की साजिश रची। यह साजिश इसलिए रची गई क्योंकि उनके पड़ोसियों को उनके संबंध के बारे में पता चल गया थ।
इस मामले में जब महिला ने केस दर्ज करवाया तब इन चारों पड़ोसियों ने जांच के दौरान जांचकर्ताओं को बताया कि उनपर झूठे आरोप लगाए गए हैं। इसके बाद उनलोगों ने डीएनए टेस्ट कराए जाने की मांग की। डीएनए टेस्ट के दौरान यह पता चला कि महिला के कपड़ों पर मिले सीमेन्स उसके दामाद गोपाल रजक के हैं।
एडिशनल सेशन जज महेश कुमार चौहान ने बुधवार को महिला गुड्डी ओझा और उसके दामाद गोपाल रजक को 10 साल जेल की सजा सुनाई। इनपर आपराधिक साजिश रचने और सबूतों से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा था। पब्लिक प्रॉसिक्यूटर जफर कुरैशी ने कहा कि यह एक दुर्लभ केस है जिसमें पुलिस ने एक महिला पर झूठा मुकदमा करने का चार्ज लगाया है।
बताया जाता है कि इस महिला के पति की मौत साल 2011 में हुई थी। अगस्त 2014 में इसने आरोप लगाया था कि उसके घर के पड़ोस में रहने वाले चार लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया है। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। महिला के मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी।
जांच के दौरान सभी आरोपी लगातार कह रहे थें कि वो निर्दोष हैं। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में डीएनए टेस्ट कराया। इसमें खुलासा हुआ कि इन चारों में से किसी ने भी महिला के साथ दुष्कर्म नहीं किया। आरोपियों के आग्रह पर पुलिस ने महिला के दामाद का नमूना भी लिया। गोपाल रजक का नमूला महिला के कपड़ों पर मिले स्पर्म के नमूनों से मैच कर गया। जांच के दौरान गोपाल रजक ने पुलिस से पूछताछ के दौरान माना कि वो गुड्डी के साथ रिलेशनशिप में था और उसने पड़ोसियों पर झूठा केस लाद कर उन्हें फंसाया।