नयी दिल्ली, 14 मार्च (ए) दिल्ली के अस्पतालों में एच3एन2 वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। चिकित्सकों ने यह जानकारी दी।.
एच3एन2 वायरस से बुखार, सर्दी और शरीर में दर्द जैसे लक्षण उत्त्पन होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में लगातार खांसी होने लगती है जिससे मरीज बेहद कमजोर हो जाते हैं।.
चिकित्सकों ने कहा कि ओपीडी में इस तरह की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों की संख्या में करीब 150 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के रेस्पिरेटरी, क्रिटिकल केयर एंड स्लीप मेडिसिन कंसलटेंट के सलाहकार डॉ विनी कांट्रो ने बढ़ते मामले के संभावित कारणों के बारे में बताया कि मौसमी बदलाव, वायरस के उत्परिवर्तन और अर्थव्यवस्था पूरी तरह खुल जाने के कारण हो सकता है।
उन्होंने कहा, “बच्चे स्कूल जा रहे हैं और वे इसे बुजुर्गों तक पहुंचा रहे हैं। एक देश से दूसरे देश की यात्राएं हो रही हैं। पिछले दो वर्षों में कोविड प्रमुख वायरस रहा है और उस दौरान प्रतिबंध भी रहे, लेकिन प्रतिबंधों में छूट और सामान्य स्थिति की वापसी के साथ ही इसका (एच3एन2 वायरस का) प्रकोप देखा जा रहा है।
दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल ने ऐसे मरीजों के लिए आपातकालीन ब्लॉक में 20 बिस्तरों का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया है।
एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा, “आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के मुताबिक हमने ऐसा किया है और दवाओं का भंडारण भी कर लिया है। मरीजों की निगरानी के लिए 15 डॉक्टर की टीम गठित की गई है।”