नयी दिल्ली: 19 मार्च (ए) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद धर्मवीर सिंह ने बुधवार को लोकसभा में सरकार से आग्रह किया कि नकली शराब पर अंकुश लगाने के लिए उस तरह की ‘देसी दारू’ को बनाने की अनुमति दी जाए जो पहले जौ, अंगूर और गन्ने के रस से बनती थी।
उन्होंने कहा कि ऐसा करने से किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी।हरियाणा के भिवानी-महेंद्रगढ़ से लोकसभा सदस्य ने सदन में शून्यकाल के दौरान नकली शराब का मुद्दा उठाया।उन्होंने कहा कि नकली शराब पीने से बहुत लोगों की मौत हो जाती है।
सिंह का कहना था, ‘‘पहले ‘दारू-दवाई’ बोलते थे, जो जौ, अंगूर, गन्ने के रस और पेड़-पौधे से बनती थी। दोबारा उसी दारू को बनाया जाए।’’
उन्होंने कहा कि सरकार इसकी अनुमति दे क्योंकि इससे किसान की आमदनी भी दो गुना, तीन गुना बढ़ जाएगी।
भाजपा सांसद ने कहा कि इससे नकली शराब बनाने वालों पर भी रोक लग सकेगी।
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान जनता दल (यू) के सांसद सुनील कुमार ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सांसद अमरा राम ने पिछले दिनों राजस्थान के अलवर में कथित तौर पर पुलिसकर्मी के जूते से कुचलकर एक मासूम बच्ची की मौत का विषय उठाया।
उन्होंने कहा कि इस घटना की सीबीआई जांच हो और संबंधित पुलिसकर्मी पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए।
भाजपा के दिलीप सैकिया ने राजनीतिक और सांस्कृतिक एवं सामाजिक क्षेत्र के नेताओं को निशाना बनाने वाले डिजिटल चैनल और पोर्टल पर रोक लगाने के लिए ऐसे माध्यमों को लाइसेंस देने के लिए विनियामक प्राधिकार की स्थापना हो ताकि इन पर अंकुश लगाया जा सके।