लखनऊ, आठ जून (ए) उत्तर प्रदेश के गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने बृहस्पतिवार को राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की और सभी जिलों के पुलिस विभाग के प्रमुखों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि अदालतों के परिसर में लगे सभी सुरक्षा उपकरण पूरी तरह कार्यशील रहें और वहां पूरी तरह से प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाए।.
गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी की हत्या के बाद अंसारी के सहयोगी संजीव माहेश्वरी जीवा की लखनऊ अदालत परिसर में बुधवार को गोली मारकर हत्या किए जाने के एक दिन बाद वह कानून-व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।.
इस दौरान प्रमुख सचिव ने कहा कि अधीनस्थ अदालतों में निर्धारित मानकों का पालन करते हुए उचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।
प्रसाद ने कहा, ‘‘अदालत परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं।’’ उन्होंने कहा कि आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ राज्य सरकार ‘बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति अपना रही ।
प्रसाद ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा,‘‘अधीनस्थ न्यायालयों के परिसर में भी तय मानकों के अनुरूप सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पुलिस आयुक्त और पुलिस अधीक्षक यह सुनिश्चित करें कि न्यायालय परिसर में समस्त सुरक्षा उपकरण पूर्ण रूप से क्रियाशील अवस्था में रहें तथा प्रशिक्षित पुलिसकर्मी न्यायालय परिसर की सुरक्षा में तैनात हों।’’
उन्होंने निर्देश दिया कि न्यायालय परिसर में प्रवेश के लिए पास व्यवस्था सहित अन्य सुरक्षा प्रबन्धों का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए।
प्रमुख सचिव (गृह) ने कहा कि अंतरराज्यीय खुफिया समूह को आपराधिक गतिविधियों की जानकारी देने के लिए सक्रिय होना चाहिए।
प्रसाद ने कहा, ‘‘जघन्य अपराधों में संलिप्त अपराधियों के खिलाफ अदाल में प्रभावी पैरवी कराते हुए कम से कम समय में उन्हें सजा दिलायी जाए। पीड़ित को न्याय दिलाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।’’
प्रसाद ने कहा कि सभी जेलों में जेल मैनुअल का कड़ाई से पालन हो और बस अड्डों, रेलवे स्टेशन तथा हवाईअड्डों सहित सभी महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाए।