लखनऊ,एक अप्रैल (ए)। उत्तर प्रदेश में सरकार ने 13 अपर पुलिस अधीक्षकों के भी तबादले कर दिए हैं। इसके पूर्व पांच आईएएस के अलावा पीसीएस अफसरों के भी तबादले किये गये है।
शासन ने जिन पीसीएस अधिकारियों के स्थानांतरण किए हैं, उनमें राकेश सिंह को एडीएम वित्त बाराबंकी से एडीएम प्रशासन रायबरेली बनाया गया है. अरुण कुमार सिंह ओएसडी एलडीए से एडीएम वित्त बाराबंकी, शमशाद हुसैन को मुख्य राजस्व अधिकारी सुल्तानपुर से अपर आयुक्त मेरठ , शैलेंद्र मिश्रा को एडीएम वित्त भदोही से मुख्य राजस्व अधिकारी सुल्तानपुर के पद पर तैनाती दी गई है.
इसी तरह वीरेंद्र मौर्य को सिटी मजिस्ट्रेट जालौन से एडीएम वित्त भदोही, रामप्रकाश को एसडीएम आगरा से सिटी मजिस्ट्रेट जालौन, अनूप कुमार को सिटी मजिस्ट्रेट मुजफ्फरनगर से एडीएम सिटी आगरा, मंगलेश दुबे को एसडीएम बलरामपुर से सिटी मजिस्ट्रेट मुजफ्फरनगर , देवेंद्र प्रताप सिंह को अपर आयुक्त सहारनपुर से एडीएम वित्त बलिया, जयनाथ को मुख्य राजस्व अधिकारी (सीआरओ) गोंडा से उप निदेशक दिव्यांगजन निदेशालय लखनऊ , महेश प्रकाश को एसडीएम अम्बेडकरनगर से सीआरओ गोंडा बनाया गया है. नीता यादव को सीआरओ बस्ती से कमांडेंट नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान, लखनऊ , ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी को एसडीएम बहराइच से सीआरओ बस्ती बनाया गया है.
13 एडिशनल एसपी का स्थानांतरण
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक, प्रज्ञा मिश्रा को अपर पुलिस अधीक्षक, पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय से सम्बद्ध किया है. राहुल रूसिया को आजमगढ़ से अभिसूचना मुख्यालय, ज्ञानवती तिवारी को क्षेत्रीय अभिसूचना वाराणसी से स्टॉफ ऑफिसर, निदेशक, सतर्कता अधिष्ठान, सत्यम को सतर्कता अधिष्ठान से महोबा, डॉ. मनोज कुमार को उप सेनानायक 45वीं वाहिनी पीएसी अलीगढ़ से क्षेत्रीय अभिसूचना वाराणसी , डॉ. राकेश कुमार मिश्रा को एसटीएफ से बुलंदशहर , कमलेश बहादुर को बुलंदशहर से यातायाता एवं प्रोटोकॉल अयोध्या , अरूण कुमार दीक्षित को पुलिस मुख्यालय से आजमगढ़ भेजा गया है.
इसी तरह वीरेन्द्र कुमार प्रथम को स्टॉफ ऑफिसर, एडीजी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन से गाजियाबाद का अपर पुलिस उपायुक्त बनाया गया है. इसी तरह राजेन्द्र कुमार गौतम को महोबा जिले से स्टॉफ ऑफिसर, एडीजी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन भेजा गया है. श्याम देव को गोरखपुर भेजा गया है. उनका ट्रांसफर सीतापुर पीटीसी किया गया था, लेकिन किन्हीं कारणों से इसे संशोधित करना पड़ा।