अगरतला: 12 अप्रैल (ए) त्रिपुरा के उनाकोटी जिले में शनिवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम को वापस लेने की मांग को लेकर आयोजित विरोध रैली के हिंसक हो जाने के बाद एक एसडीपीओ सहित कम से कम 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
कुबजर इलाके में हुई हिंसा में घायल पुलिसकर्मियों में कैलाशहर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) जयंत कर्माकर भी शामिल हैं। पुलिसकर्मियों पर हमले में कथित संलिप्तता के लिए आठ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।कांग्रेस के उनाकोटी जिला अध्यक्ष मोहम्मद बदरुज्जमां की अगुवाई में ‘संयुक्त आंदोलन समिति’ के बैनर तले लगभग 4,000 लोगों ने अधिनियम को रद्द करने की मांग को लेकर रैली निकाली।कैलाशहर पुलिस थाने के प्रभारी सुकांत सेन चौधरी ने बताया, ‘‘प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हुई। जल्द ही स्थिति हिंसक हो गई और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर और बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं। हमले में एसडीपीओ जयंत कर्माकर समेत कम से कम 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए।’’
उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने पुलिसकर्मियों पर हमले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की है। अब तक इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। विस्तृत जांच जारी है।’’
बाद में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बदरुज्जमां ने दावा किया कि उन्होंने शांतिपूर्ण रैली का आयोजन किया था।
बदरुज्जमां ने कहा, ‘‘लेकिन निहित स्वार्थ वाले एक समूह ने हमें बदनाम करने के लिए हमारी शांतिपूर्ण रैली को हिंसक बना दिया। हम वक्फ (संशोधन) अधिनियम को वापस लेने की मांग को लेकर अपना आंदोलन जारी रखेंगे।’’