प्रयागराज 14 नवंबर (ए) उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस)-प्री और समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) की परीक्षा एक ही दिन में संपन्न कराने की छात्रों की मांग बृहस्पतिवार को आंशिक रूप मान ली।
यूपीपीएससी कार्यालय के बाहर एक अधिकारी ने घोषणा की कि आयोग ने आरओ और एआरओ परीक्षाओं को स्थगित करने और पुराने पैटर्न के आधार पर पीसीएस प्री-परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है। आयोग के सचिव के अनुसार पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा एक दिन में कराई जाएगी, जबकि आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया जाएगा । बृहस्पतिवार को बवाल काफी बढ़ने के बाद आयोग को यह फैसला करना पड़ा। आयोग के भीतर हुई बैठक में जिलाधिकारी, कमिश्नर समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे। कई घंटे चली बैठक के बाद आयोग ने छात्रों के पक्ष में फैसला लिया। फिलहाल पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा एक दिन में कराने की मांग मानी गई है। आरओ-एआरओ पर फैसला कमेटी के रिपोर्ट के बाद होगा। पीसीएस परीक्षा सात और आठ दिसंबर को प्रस्तावित है। अब इसे एक दिन में कराने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। आयोग ने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 7 और 8 दिसंबर जबकि आरओ और एआरओ प्रारंभिक परीक्षा के लिए 22 और 23 दिसंबर की तारीखें घोषित की थीं।
पीसीएस-प्री की परीक्षा पहले की भांति कराने की घोषणा से जहां कुछ अभ्यर्थियों में खुशी की लहर दौड़ गई वहीं आरओ-एआरओ परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को निराशा हाथ लगी।
प्रदर्शनकारी छात्र राहुल पांडे ने कहा की आरओ-एआरओ की परीक्षा के बारे में निर्णय लिए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा।
पांडे ने कहा की इस घोषणा पर हमें विश्वास नहीं है क्योंकि आयोग का कोई अधिकारी न तो सामने आया और न ही इस संबंध में कोई आधिकारिक नोटिस आयोग की वेबसाइट पर अपलोड किया गया।
प्रदर्शनकारी छात्र योगेश सिंह ने कहा की आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर इस संबंध में नोटिस अपलोड होने तक छात्र आंदोलन खत्म नहीं करेंगे।इससे पहले, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने प्रयागराज दौरे के दौरान छात्रों के पक्ष में मांगें उठाईं।
यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की बात करते हैं, वे एक ही दिन में परीक्षाएं नहीं करा सकते।