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विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाने वाली एजेंसियों को खत्म कर देंगे: अखिलेश

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नयी दिल्ली: 30 जुलाई (ए)। समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि जब भी हम सत्ता में आएंगे तब उन एजेंसियों को खत्म कर देंगे जो विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है।

अखिलेश ने आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी संघर्ष की इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है।यादव ने यहां जंतर-मंतर पर ‘इंडिया’ गठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेकर उन्हें जेल से रिहा किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, “राजनीतिक ताकत दिखाने के लिए ही केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया। लेकिन मैं उन शक्तिशाली लोगों से कहना चाहता हूं कि लोकतंत्र में जनता सबसे शक्तिशाली होती है।”

उन्होंने कहा, “400 पार का नारा लगाने वालों को बहुमत नहीं मिला। उत्तर प्रदेश में, जहां उन्होंने कहा था कि उन्हें 80 सीटें मिलेंगी, लोगों ने न केवल उन्हें हरा दिया, बल्कि सपा और इंडिया गठबंधन के पक्ष में जनादेश देकर उन्हें बहुमत हासिल करने से भी रोक दिया।”

यादव ने कहा कि भले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी से जीत गए, लेकिन उनकी जीत का अंतर कम हुआ है।

उत्तर प्रदेश की कांग्रेस इकाई के प्रमुख अजय राय ने इस वाराणसी सीट से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा था।

उन्होंने कहा, ‘पिछली बार वह लगभग पांच लाख वोटों से जीते थे और दावा कर रहे थे कि इस बार वह 10 लाख वोट से जीतेंगे… कम से कम उन्हें यह समझना चाहिए कि लोग उनके खिलाफ हैं।”

यादव ने बगैर किसी का नाम लिए कहा कि कुछ एजेंसियां विपक्षी नेताओं को बदनाम कर रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘मैंने पहले भी कहा था कि जब भी हम सत्ता में आएंगे, ऐसी एजेंसियों को खत्म कर देंगे। हमारे लोकतंत्र में किसी को फर्जी मामलों में फंसाने जैसी कोई बात नहीं है।”

लोकसभा सदस्य ने कहा कि राजनीतिक विचारधारा में मतभेद हो सकते हैं लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ कि पूरे परिवार को अन्याय का सामना करना पड़ा हो।

यादव ने कहा, “उन्होंने न केवल आजम खान को बल्कि उनके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों को भी जेल भेजा। न तो सपा और न ही आप कार्यकर्ता डरे हुए हैं। हम संघर्ष के रास्ते पर चल रहे हैं।”उन्होंने कहा, “हम केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। उनके खिलाफ दर्ज सभी मामले वापस लेकर उन्हें जेल से रिहा किया जाना चाहिए।”उन्होंने कहा, ”मैं सुनीता जी (केजरीवाल की पत्नी) से कहना चाहता हूं कि मुश्किलों और संघर्ष की इस घड़ी में हम उनके साथ हैं। आप नेताओं और कार्यकर्ताओं का साहस कम नहीं हुआ है। हर कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा है और उनके लिए लड़ रहा है।”

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