वाराणसी, 22 फरवरी (ए)। अब यूपी में भी बाल विवाह के प्रति मां-बाप से कहीं ज्यादा बेटियां जागरूक हो गई हैं। वे पढ़ना चाहती हैं, आत्मनिर्भर होने के बाद ही सात फेरों में बंधना चाहती हैं। खुद की पहचान बनाना चाहती हैं। इसी सोच को लेकर जनपद की दो बेटियों ने खुद पुलिस और सामाजिक कार्यकर्ता को फोन कर कम उम्र में अपनी शादी होने की जानकारी दी। इसके बाद न केवल शादी रुकवाई गई, बल्कि एक के पिता के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।
पहला मामला
वाराणसी के चोलापुर थाने की पुलिस को शनिवार की रात एक 15 साल की बच्ची का फोन आया। उसने बताया कि उसके पिता उसकी शादी मुरादाबाद में एक 35 साल के व्यक्ति से कर रहे हैं। उसने कहा कि,’अंकल मैं पढ़ना चाहती हूं, प्लीज मेरी शादी रुकवा दीजिए।’ लड़की ने बताया कि मुरादाबाद से तीन लोग यहां आए हैं। चोलापुर थानाध्यक्ष ने इसकी जानकारी बाल संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह को दी। इसके बाद पुलिस उस बच्ची के घर पहुंची। मुरादाबाद से आये तीन लोगों, बालिका के पिता को थाने ले आई। रविवार को जिला बाल संरक्षण इकाई से आकाश मिश्रा तथा विजय चौहान थाने पहुंचे। पिता के अड़े होने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
वाराणसी के शिवपुर के चांदमारी के पास की एक 16 साल की किशोरी ने शनिवार रात जिला बाल संरक्षण इकाई के सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार को फोन किया। बताया कि पिता उसका विवाह करने के लिए दिल्ली ले जा रहे हैं। राजकुमार ने बाल संरक्षण अधिकारी को जानकारी दी। चाइल्ड लाइन टीम से संतोष, जिला बाल संरक्षण इकाई से राजकुमार तथा विजय चौहान एवं चांदमारी चौकी से पुलिस की टीम बालिका के घर पहुंची। परिवार वालों की काउंसलिंग की गई। माता पिता से शपथपत्र भरवाया गया कि बालिग होने से पहले बेटी की शादी नहीं करेंगे।
काउंसलिंग के दौरान बाल संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह को चोलापुर की बच्ची ने बताया कि गांव में कुछ लोग मुरादाबाद से आए थे। बेटे की शादी के लिए लड़की तलाश रहे थे। उनका कहना था कि जो भी उनके बेटे से शादी करेगा, उसका घर बनवा देंगे। बच्ची के पिता व घर के लोग इस लालच में आ गये थे। उनकी बातों को सुनकर बच्ची ने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस इनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी ले रही है।