गोरखपुर, 16 फरवरी (ए)।यूपी के गोरखपुर जिले में पढ़ाई के दौरान दो सहेलियों के बीच प्रेम परवान चढ़ा और दोनों ने आपस में शादी का फैसला करते हुए घर छोड़ दिया और भागकर दोनों लुधियाना पहुंच गई। इनके घरवालों ने पुलिस में शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने दोनों को बरामद कर लिया। बरामद होने के बाद जब उनकी समलैंगिकता की बात सामने आई तो पुलिस हैरान हो गई। उनके घरवालों ने समझाने की कोशिश की लेकिन दोनों ही शादी की जिद पर अड़ीं रहीं तब पुलिस ने अपहरण के आरोप में बालिग सहेली शीतल को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
चौंकाने वाला यह मामला गीडा थाना क्षेत्र का है। गाहासाड़ की महिला ने पुलिस को तहरीर दी कि उसकी नाबालिग एक इण्टर कालेज में पढ़ती है। उसी के साथ गांव के सुभाष यादव की पुत्री शीतल भी पढ़ती है। दोनों एनसीसी कैडेट्स भी हैं। उसकी बेटी नाबालिग है जबकि शीतल बालिग। महिला ने आरोप लगाया है कि शीतल ने अपने परिवार के साथ मिलकर उसकी पुत्री का अपहरण कर लिया है। तहरीर मिलने के बार सक्रिय हुई पुलिस ने जांच शुरू की तो समलैंगिकता का मामला सामने आया। उसने तलाश शुरू की तो दोनों लुधियाना में मिलीं। दोनों को लेकर मंगलवार को पुलिस गोरखपुर पहुंची पर समझाने के बाद भी दोनों शादी की जिद पर अड़ी रहीं। उनका कहना था कि समलैंगिकता भी कानूनी रूप से जायज है। समझाने का कोई नतीजा सामने न आने पर पुलिस ने नाबालिग के अपहरण के आरोप में बालिग शीतल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया। चौकी प्रभारी अभिषेक राय ने बताया कि मामला समलैंगिकता से जुड़ा है। एक लड़की नाबालिग है उसकी मां ने दूसरी लड़की के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कराया था वह बालिक है इसलिए इसमें कार्रवाई की गई है। अगर दोनों बालिग होती तो पुलिस कार्रवाई नहीं करती।