सरकार ने जब सारी संपत्ति बेच ली फिर उसकी नजर वक्फ पर पड़ी : रामगोपाल यादव

राष्ट्रीय
Spread the love

नयी दिल्ली: तीन अप्रैल (ए) समाजवादी पार्टी (सपा) नेता रामगोपाल यादव ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जब उसने देश की सारी संपत्ति बेच ली तब उसकी नजर वक्फ की संपत्ति पर गयी।

उच्च सदन में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 पर चर्चा में भाग लेते हुए सपा नेता ने कहा कि 2014 से 2024 तक सरकार को याद नहीं रहा कि वक्फ के पास कितनी संपत्ति और कितना पैसा है। उन्होंने कहा, ‘‘…जब सारी संपत्ति बेच ली तब देखा कि कहां (संपत्ति) बची है। ऐसा मत कीजिए।’यादव ने कहा कि सभी लोग मिल कर काम करेंगे तभी देश की तरक्की हो सकती है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार होना चाहिए और मुसलमानों को यह नहीं लगे कि उनके साथ अन्याय हो रहा है। 

उन्होंने कहा कि सरकार की बात पर भरोसा करना कठिन है क्योंकि उसने अतीत में जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया। ऐसे में सरकार पर कोई भरोसा कैसे कर सकता है? यादव ने विधेयक के प्रावधानों पर संदेह जताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का उदाहरण सामने है जहां लोगों को नमाज अदा नहीं करने दिया गया, यहां तक कि लोगों को अपनी छतों पर नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी गयी। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को सरकार पर भरोसा नहीं है। चर्चा में भाग लेते हुए शिवसेना (उबाठा) सदस्य संजय राउत ने कहा कि भाजपा मुसलमानों की इतनी चिंता कर रही है जितनी कि (मोहम्मद अली) जिन्ना ने भी नहीं की थी। उन्होंने कहा कि यह विधेयक ध्यान भटकाने की रणनीति है क्योंकि (अमेरिका के) ट्रंप प्रशासन ने 26 प्रतिशत जवाबी शुल्क लगा दिया है। राउत ने कहा कि सदन में चर्चा इस बात पर होनी चाहिए थी कि ट्रंप प्रशासन के फैसले का भारत पर क्या असर होगा। उन्होंने कहा कि सरकार को कश्मीरी पंडितों की वापसी की चिंता करनी चाहिए।