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फर्जी चिकित्सक बनकर एम्स के छात्रावास से गहने चुराने वाली महिला गिरफ्तार

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नयी दिल्ली: चार अप्रैल (ए) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के छात्रावास के कमरों से फर्जी चिकित्सक बनकर आभूषण चुराने के आरोप में 43 वर्षीय एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि आरोपी गाजियाबाद की निवासी है, जिसके पास मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा और विज्ञान में स्नातक की डिग्री है तथा वह एक निजी अस्पताल में लैब सहायक के रूप में काम कर चुकी है। उसे बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है।दक्षिण जिले के डीसीपी अंकित चौहान ने शुक्रवार को बताया कि पूछताछ में पता चला कि पकड़ी गई महिला मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नोलॉजी से डिप्लोमा कर चुकी है। वह साइंस से ग्रैजुएट है। वह गाजियाबाद के बृज विहार की रहने वाली है।

डीसीपी के अनुसार चोरी की वारदात 27 मार्च को हुई थी, जिसकी शिकायत हौज खास थाना में महिला डॉक्टर की ओर से करवाई गई थी। पुलिस टीम ने महिला शिकायतकर्ता के बयान पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। छात्रावास में लगे लगभग 100 सीसीटीवी फुटेज को

खंगालने के बाद पुलिस टीम इस महिला आरोपित तक पहुंचने में कामयाब हुई।

सीसीटीवी की जांच में पता चला कि एक महिला डॉक्टर का सफेद कोट पहनकर छात्रावास में घूम रही है और अलग-अलग कमरे में जा रही है। इस बीच पुलिस को एक स्कूटी दिखाई दी, जिससे महिला छात्रावास में आई थी। पुलिस ने स्कूटी के नंबर की जांच की तो पता चला कि वह गाजियाबाद के ब्रिज विहार के पते पर है। पुलिस टीम ने वहां छापा मारा और उसे पकड़ लिया। पूछताछ में महिला ने खुलासा किया कि उसे मंहगे आभूषण पहनने का शौक था। उसके पास इतने रुपये नहीं थे कि वह आभूषण खरीद सके। इसलिए उसने चोरी करने की सोची। आगे जांच में पता चला कि वह मेडिकल लाइन की पढ़ाई कर चुकी है, इस दौरान जब वह एम्स कैंपस में आई तो देखा कि छात्रावास में रहने वाले डॉक्टरों का रूम आमतौर पर खुला रहता है। फिर उसने वहीं से से आभूषण चोरी करने की योजना बनाई।

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