भुवनेश्वर: 11 जून (ए) भाजपा के आदिवासी नेता और चार बार के विधायक मोहन चरण माझी ओडिशा के नए मुख्यमंत्री होंगे। भाजपा राज्य में विधानसभा चुनावों में स्पष्ट जनादेश के साथ सत्ता में आई है।
माझी के नाम की घोषणा करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को यहां कहा कि छह बार के विधायक के.वी. सिंह देव और पहली बार विधायक बनीं प्रभाती परिदा को राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने के साथ ही राज्य में बीजू जनता दल (बीजद) का 24 साल का शासन खत्म हो गया।
ये निर्णय भाजपा विधायक दल की बैठक में लिए गए, जिसमें सिंह और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हुए थे। बैठक में माझी (52) को विधायक दल ने सर्वसम्मति से नेता चुना है।
माझी बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक की जगह लेंगे।
सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि श्री मोहन चरण माझी को सर्वसम्मति से ओडिशा भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। वह एक युवा और गतिशील पार्टी कार्यकर्ता हैं जो ओडिशा के नए मुख्यमंत्री के रूप में राज्य को प्रगति और समृद्धि के मार्ग पर आगे ले जाएंगे। उन्हें बहुत-बहुत बधाई।”
पिछली विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक रहे माझी हाल में हुए विधानसभा चुनावों में चौथी बार विधानसभा के लिए चुने गए। उन्होंने क्योंझर विधानसभा क्षेत्र से बीजद की मीना माझी को हराया।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वरिष्ठ भाजपा नेताओं के बुधवार को जनता मैदान में माझी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की उम्मीद है।
ओडिशा की 147 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 78 सीटें जीतीं, जबकि बीजद को 51 सीटें मिलीं।
कांग्रेस के हेमानंद बिस्वाल और गिरिधर गमांग के बाद माझी ओडिशा के तीसरे आदिवासी मुख्यमंत्री हैं।
आदिवासी नेता माझी ने लगभग तीन दशक पहले एक गांव के सरपंच के रूप में राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। वह आदिवासी बहुल और खनिजों के मामले में समृद्ध क्योंझर जिले के रायकला गांव से हैं। एक चौकीदार के बेटे माझी 2000 में पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए।
भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का चयन क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने की पार्टी की रणनीति का संकेत देता है। माझी उत्तरी ओडिशा के क्योंझर से आते हैं, जबकि देव और परिदा क्रमशः राज्य के पश्चिमी और तटीय क्षेत्रों से आते हैं।
देव पटनागढ़ (अब बोलनगीर) के पूर्व शाही परिवार के मुखिया हैं, जबकि प्रभाती परिदा एक वकील हैं। वह राज्य की पहली महिला उपमुख्यमंत्री होंगी।
बीजद और भाजपा 1998 से 2009 तक 11 वर्षों तक गठबंधन में रहे और तीन लोकसभा तथा दो विधानसभा चुनाव मिलकर लड़े।
पटनायक ने 2009 के आम चुनावों से पहले, कंधमाल में हुए दंगे के कुछ महीनों बाद, भाजपा से संबंध तोड़ लिये थे।