लखनऊ: चार जून (ए) उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
दोनों ही दल दो-दो विधानसभा क्षेत्रों में आगे चल रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार लखनऊ पूर्व और ददरौल सीट पर आगे चल रहे हैं, जबकि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार गैंसड़ी और दुद्धी (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्रों में आगे चल रहे हैं।
निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, अपराह्न तीन बजे तक लखनऊ पूर्व से भाजपा के ओपी श्रीवास्तव अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के मुकेश कुमार से 75,581 मतों से आगे चल रहे हैं।
इसी तरह शाहजहांपुर जिले के ददरौल विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के अरविंद कुमार सिंह सपा के अवधेश कुमार वर्मा से 52,477 मतों से आगे चल रहे हैं। हालांकि, बलरामपुर जिले के गैंसड़ी विधानसभा क्षेत्र में सपा के राकेश कुमार यादव भाजपा के शैलेश कुमार सिंह ‘शैलू’ से 5,096 मतों से आगे हैं।
सोनभद्र जिले के दुद्धी (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र में सपा के विजय सिंह भाजपा के सरवन कुमार से 27,882 मतों से आगे हैं।
उत्तर प्रदेश की चार विधानसभा सीट पर उपचुनाव लोकसभा चुनाव के साथ-साथ चार चरणों में हुए थे। देशभर में लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होकर सात चरणों में हुए थे और मतगणना अभी जारी है।
उत्तर प्रदेश में सभी सात चरणों में मतदान हुए जहां लोकसभा की कुल 80 सीट हैं। उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा क्षेत्र हैं।
लखनऊ पूर्व विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव नौ नवंबर, 2023 को 63 वर्षीय मौजूदा विधायक आशुतोष टंडन के निधन के बाद आवश्यक हो गया था। इस सीट से तीन बार विधायक रहे टंडन योगी आदित्यनाथ की पहली सरकार में कैबिनेट मंत्री थे।
विधानसभा सीट ददरौल की सीट पांच जनवरी को मौजूदा भाजपा विधायक मानवेंद्र सिंह के निधन के बाद रिक्त हुई थी। वह 70 वर्ष के थे।
लंबे समय तक कांग्रेस में रहने के बाद सिंह 2017 में भाजपा में शामिल हुए और दादरौल से विधायक बने। उन्होंने 2022 के चुनाव में अपनी सीट बरकरार रखी।
इसी तरह समाजवादी पार्टी के विधायक शिव प्रताप यादव का 26 जनवरी को 74 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था जिसके कारण गैंसड़ी विधानसभा सीट रिक्त हो गई थी।
यादव ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत लोकदल से की थी और वह गैंसड़ी से चार बार विधायक रहे।
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित दुद्धी विधानसभा सीट बलात्कार के मामले में दोषी पाए गए भाजपा के रामदुलार गोंड को सदन से अयोग्य ठहराए जाने के बाद रिक्त हो गई थी।