गुजरात: मंत्री दो दिन में लेंगे शपथ

राष्ट्रीय
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अहमदाबाद, 14 सितंबर (ए) भूपेंद्र पटेल के गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभालने के एक दिन बाद, भाजपा सूत्रों ने संकेत दिया कि अगले दो दिनों में और मंत्रियों के शपथ ग्रहण किये जाने की संभावना है।

मुख्यमंत्री पद से विजय रूपाणी के शनिवार को अचानक इस्तीफा देने के बाद सोमवार को केवल भूपेंद्र पटेल (59) ने शपथ ली थी।

गुजरात भाजपा प्रवक्ता यमल व्यास ने मंगलवार को पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘चर्चा चल रही है और शपथ ग्रहण बुधवार या बृहस्पतिवार को होगा।’’

उन्होंने कहा कि प्रक्रिया के तहत मंत्रियों के शपथ ग्रहण के समय उनके नामों की घोषणा की जाएगी।

नितिन पटेल को नये कैबिनेट में बनाये रखा जाएगा या नहीं, इसको लेकर पार्टी में अटकलें लगायी जा रही हैं। नितिन पटेल विजय रूपाणी के नेतृत्व वाले कैबिनेट में उप मुख्यमंत्री थे। साथ ही रूपाणी कैबिनेट में वरिष्ठ मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडासमा, आर सी फालदू और कौशिक पटेल को नये कैबिनेट में बनाए रखने को लेकर भी अटकलें लगायी जा रही हैं।

पार्टी सूत्रों ने कहा कि जहां तक ​​संभव होगा, वरिष्ठ नेताओं को कैबिनेट में शामिल करने का प्रयास किया जाएगा। पार्टी सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नयी दिल्ली रवाना होने से पहले सोमवार रात पटेल और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि इस दौरान कैबिनेट गठन पर संभावित चर्चा हुई।

पटेल को रविवार को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था और सोमवार को गांधीनगर में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उन्हें राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलायी। शपथ ग्रहण समारोह में शाह मौजूद थे।

पटेल को गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की वर्तमान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है। उन्हें मुख्यमंत्री बनाये जाने के पीछे यह भी एक कारण माना जा रहा है।

कोरोना वायरस महामारी के दौरान भाजपा शासित राज्यों में पद छोड़ने वाले रूपाणी चौथे मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने इस वर्ष सात अगस्त को मुख्यमंत्री के तौर पर पांच वर्ष पूरे किये थे।

ऐसे में जब दिसंबर 2022 में राज्य विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है, भाजपा ने चुनाव में जीत के लिए पटेल पर भरोसा जताया है, जो कि एक पाटीदार हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य विधानसभा की 182 सीटों में से 99 सीटें जीतीं थी जबकि कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं।