मुंबई: पांच अक्टूबर (ए) शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि किसी भी ‘गद्दार’ को पार्टी में प्रवेश नहीं दिया जाएगा, क्योंकि डेढ़ महीने में वे ‘बेरोजगार’ हो जाएंगे। उन्होंने यह बात नवंबर में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के संदर्भ में कही।
एकनाथ शिंदे ने ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के खिलाफ विद्रोह कर दिया जिसके कारण जून 2022 में शिवसेना का विभाजन हो गया तथा राज्य में सत्तारूढ़ महाविकास आघाडी सरकार गिर गयी थी। तब से, ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) नियमित रूप से शिंदे और उनके विद्रोहियों के समूह को “गद्दार” कहते रहे हैं।अपनी पार्टी द्वारा आयोजित एक रोजगार मेले को संबोधित करते हुए ठाकरे ने दावा किया कि राज्य के लोग विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को उसकी जगह दिखाएंगे।
ठाकरे ने कहा, “डेढ़ महीने बाद ये गद्दार (पार्टी से बगावत करने वाले विधायक, सांसद) हमारे पास नौकरी मांगने आएंगे, क्योंकि उनके पास रोजगार नहीं होगा। मैं चुनाव के बाद किसी गद्दार को नौकरी नहीं देने वाला।”
शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आने के बाद राज्य के संसाधनों की लूट का “हिसाब” लेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महाराष्ट्र यात्रा की पृष्ठभूमि में ठाकरे ने कहा कि जब भी मोदी किसी परियोजना की आधारशिला रखते हैं तो वह कभी पूरी नहीं होती।
ठाकरे ने दावा किया कि राज्य में अस्थिरता के कारण 2022 में उनकी सरकार गिरने के बाद से महाराष्ट्र में कोई बड़ी परियोजना शुरू नहीं हुई है।
उन्होंने अपने पूर्व सहयोगी (भाजपा) पर हिंदुत्व को लेकर कटाक्ष भी किया और कहा कि हमारा हिंदुत्व है जो रसोई गैस जलाने में मदद करता है, जबकि भाजपा का हिंदुत्व घर जलाने में मदद करता है।