इंदौर (मध्यप्रदेश): 12 नवंबर (ए) इंदौर में छह मंजिलों वाली एक वाणिज्यिक इमारत की दूसरी मंजिल पर मंगलवार रात आग लग गई जिसके बाद प्रशासन ने इस भवन में फंसे 42 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
चश्मदीदों ने बताया कि विजय नगर चौराहे के पास स्थित वाणिज्यिक इमारत में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। इस इमारत में दुकानें और दफ्तर हैं।अग्निशमन विभाग के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) सुशील कुमार दुबे ने ‘ बताया,‘‘जब हम मौके पर पहुंचे, तो इमारत में काफी धुआं भरा था। कुछ लोगों ने हमें फोन करके बताया कि वे इमारत में फंसे हुए हैं।’’
उन्होंने बताया कि अग्निशमन विभाग ने इस इमारत में फंसे 42 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है।
एएसआई ने बताया,’इनमें से एक व्यक्ति को अंगूठे में चोट आई है, जबकि दो लोगों को धुएं में रहने से मामूली तकलीफ हुई।’’
उन्होंने कहा कि संदेह है कि देवउठनी एकादशी पर इमारत में लगाए गए दीयों या शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी, हालांकि इसका कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
अग्निकांड की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी आशीष सिंह और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य की कमान संभाली।
सिंह ने बताया,‘‘इमारत की दूसरी मंजिल पर शायद शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। इसका धुआं ऊपरी मंजिलों तक भी पहुंच गया और लोग अलग-अलग मंजिलों पर फंस गए।’’
उन्होंने बताया कि अग्निकांड के दौरान बचाए गए कुछ लोगों को नजदीकी अस्पताल भेजा गया ताकि प्राथमिक जांच के जरिये पता लगाया जा सके कि धुएं के कारण उन पर कोई विपरीत प्रभाव तो नहीं पड़ा है।
जिलाधिकारी ने कहा,’इनमें से किसी भी व्यक्ति की हालत गंभीर नहीं है। कुछ लोगों को धुएं के कारण थोड़ी समस्या थी, लेकिन तत्काल अस्पताल भेजे जाने के बाद ये लोग स्वस्थ हैं।’
उन्होंने बताया कि इमारत में लगी आग पर काबू पा लिया गया है और बचाव कार्य पूरा हो गया है।
सिंह ने यह भी बताया कि इमारत में आग बुझाने का ‘हाइड्रेंट’ (आग लगने पर अग्निशमन कर्मियों को तुरंत पानी उपलब्ध कराने वाला यंत्र) लगा था, लेकिन अग्निकांड के दौरान मची अफरा-तफरी के कारण कोई भी व्यक्ति इसका उपयोग नहीं कर सका।