नवरात्रि के दौरान सरकारी आवास छोड़ दूंगा: केजरीवाल

राष्ट्रीय
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नयी दिल्ली, 22 सितंबर (ए) दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि वह तीन अक्टूबर से शुरू होने वाले आगामी नवरात्रि उत्सव के दौरान अपना आधिकारिक आवास छोड़ देंगे।

केजरीवाल ने 17 सितंबर को इस्तीफा देने के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि उसने झूठे मामले में उनको फंसाया और कहा कि वह ‘बेईमानी के दाग’ के साथ नहीं रह सकते।उन्होंने उपस्थित जनसमूह से पूछा, ‘बेईमान होने के कलंक के साथ मैं जी भी नहीं सकता, काम करना तो दूर की बात है। अगर मैं बेईमान होता तो क्या मैं महिलाओं के लिए बिजली और बस यात्रा मुफ्त कर देता? क्या मैं सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में सुधार कर पाता?’

आप प्रमुख आबकारी नीति मामले में पांच महीने से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद 13 सितंबर को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए।

केजरीवाल ने कहा कि वह देश की सेवा के लिए राजनीति में आए हैं, न कि किसी सत्ता या पद के लालच में।

पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से आहत होकर इस्तीफा दिया है।

उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में उन्होंने पैसा नहीं, बल्कि केवल सम्मान कमाया है।

उन्होंने कहा, ‘मैं कोई नेता नहीं हूं, मेरी चमड़ी मोटी नहीं है। इससे मुझे फर्क पड़ता है। जब भाजपा के लोग मुझ पर कीचड़ उछालते हैं और मेरे खिलाफ झूठे आरोप लगाते हैं तो मुझे दुख होता है।’

आप प्रमुख ने आगे कहा कि वह ‘श्राद्ध’ अवधि के बाद मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास से बाहर चले जाएंगे।

उन्होंने कहा, ‘मैं नवरात्रि के दौरान आवास से बाहर निकल जाऊंगा और उन लोगों के बीच रहूंगा जो मुझे आवास की पेशकश कर रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘आज मेरे पास रहने के लिए घर भी नहीं है। मैंने 10 साल में जनता का प्यार और आशीर्वाद कमाया है और इसी प्यार की वजह से कई लोग मुझे अपने घरों में रहने के लिए बुला रहे हैं।’