लखनऊ: 29 मार्च (ए) बांदा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों के एक समूह ने मुख्तार अंसारी के शव का शुक्रवार को पोस्टमार्टम शुरू किया। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की।
माफिया से नेता बने अंसारी की बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से बृहस्पतिवार को मौत हो गयी थी।रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कौशल ने ‘ बताया कि आज यानी शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों के दल द्वारा मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम शुरू किया गया है और विसरा संरक्षित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की जा रही है।उन्होंने बताया कि अंसारी के परिजन आ चुके हैं और पोस्टमार्टम के बाद अंसारी का शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद हैं
अस्पताल में जिलाधिकारी (डीएम) दुर्गा शक्ति नागपाल, पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंकुर अग्रवाल समेत वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं।
अंसारी के बेटे उमर अंसारी, मुख्तार अंसारी के दो चचेरे भाई और उनके वकील नसीम हैदर सहित परिवार के सदस्य भी बाहर मौजूद हैं और वे अंसारी के शव को गृह नगर गाजीपुर ले जाएंगे।
उनके वकील हैदर ने कहा कि शव को फतेहपुर, कौशांबी, प्रयागराज और वाराणसी के रास्ते ग़ाजीपुर ले जाया जाएगा और वहां काली बाग पारिवारिक कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इस बीच मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत राज्य के कई हिस्सों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि पूरे राज्य में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी समेत उसके परिवार के सदस्य शुक्रवार तड़के बांदा पहुंचे। उमर ने बांदा में पत्रकारों से कहा, ”हम लोग पोस्टमार्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए गाजीपुर ले जाएंगे।”
अधिकारियों ने बताया कि एहतियात के तौर पर अर्धसैनिक बल, केंद्रीय बलों के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज के बाहर आसपास के पुलिस थानों के पुलिसकर्मी भी तैनात हैं। उन्होंने बताया कि बांदा मेडिकल कालेज स्थित पोस्टमार्टम हाउस पर भी भारी पुलिस बल तैनात है।
एक अधिकारी के अनुसार पुलिस प्रशासन ने मुख्तार का शव बांदा से लगभग 380 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गाजीपुर तक सड़क मार्ग से ले जाये जाने के लिए पहले ही रूट प्लान तैयार कर लिया है। अधिकारी ने बताया कि पूरे राज्य में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि राज्य के बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जिलों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
मुख्तार अंसारी को बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी।
बांदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सुनील कौशल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया, ”मेडिकल कॉलेज में दिल का दौरा पड़ने से अंसारी की मौत हो गई।”
समाजवादी पार्टी (सपा) ने अंसारी के निधन पर दुख जताया है। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी अंसारी के निधन पर दुख जताया है।
बांदा जेल में बंद अंसारी (63) को बृहस्पतिवार शाम मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज की ओर से बृहस्पतिवार देर रात जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया, ”आज रात लगभग 8:25 बजे जेल कर्मी बेहोशी की हालत में दोषी/विचाराधीन कैदी मुख्तार अंसारी को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा के आकस्मिक विभाग में लाए। नौ चिकित्सकों की टीम ने मरीज को तत्काल चिकित्सा प्रदान की लेकिन भरसक प्रयासों के बावजूद दिल का दौरा पड़ने से मरीज की मौत हो गई।’’
अंसारी मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक रहा और 2005 से उत्तर प्रदेश व पंजाब में जेल में बंद रहा। उसके खिलाफ 60 से अधिक आपराधिक मामले लंबित थे। उत्तर प्रदेश की विभिन्न अदालतें सितंबर 2022 से उसे आठ मामलों में सजा सुना चुकी थीं और वह अभी बांदा जेल में बंद था। अंसारी का नाम पिछले साल उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जारी 66 गैंगस्टर की सूची में शामिल था।
इससे पहले भी विभिन्न आपराधिक मामलों में बांदा जेल में बंद बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को तबीयत बिगड़ने के बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने आरोप लगाया कि जेल में उसके पिता को धीमा जहर दिया गया था। अधिकारियों ने इस आरोप से इनकार किया है।
उमर अंसारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘मेरे पिता ने हमें बताया था कि उन्हें ‘धीमा जहर’ दिया जा रहा है। अब पूरा देश इस बारे में जानता है।’’
मुख्तार के भाई सांसद अफजाल अंसारी के मुताबिक मुख्तार ने दावा किया था कि उसे दो बार खाने में जहर दिया गया। गाजीपुर से बहुजन समाज पार्टी के सांसद अफजाल ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि उन्हें मोहम्मदाबाद थाने से एक संदेश प्राप्त हुआ जिसमें उन्हें बताया गया कि मुख्तार की तबीयत खराब है और उसे बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
अफजाल ने मंगलवार को बांदा मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि मुख्तार को गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा गया और वह होश में है। अफजाल के मुताबिक, मुख्तार ने उन्हें बताया था कि उसे खाने में कोई जहरीला पदार्थ खिलाया गया है और ऐसा दूसरी बार हुआ है।
अफजाल ने कहा था कि मुख्तार ने उन्हें बताया कि करीब 40 दिन पहले भी उसे जहर दिया गया था और हाल ही में शायद 19 या 22 मार्च को फिर ऐसा किया गया, जिसके बाद से उसकी हालत खराब है।
अफजाल ने कहा था कि 21 मार्च को बाराबंकी की अदालत में एक मामले की डिजिटल माध्यम से सुनवाई के दिन मुख्तार के वकील ने अदालत में दरखास्त दी थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके मुवक्किल को जेल में ‘धीमा जहर’ दिया गया है जिससे उनकी हालत बिगड़ती जा रही है।
उधर, शुक्रवार की सुबह मुख्तार अंसारी के गाजीपुर जिले के यूसुफपुर मोहम्मदाबाद स्थित पैतृक आवास पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। घर के साथ-साथ अस्पताल के आसपास भी बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी।
इससे पहले मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी ने संवाददाताओं से कहा था, ‘हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि पोस्टमार्टम कब होगा। हमें उम्मीद थी कि पोस्टमॉर्टम रात में ही होगा और सुबह शव हमें सौंप दिया जाएगा। मुझे समझ नहीं आ रहा कि प्रशासन ने ऐसा क्यों किया। इसमें देरी हो रही है।’’
माना जाता है कि मुख्तार अंसारी का गाजीपुर आसपास के वाराणसी और जौनपुर जिलों में भी अच्छा प्रभाव है।
इस बीच, मुख्तार अंसारी की मौत के मद्देनजर राज्य सरकार ने पूरे राज्य में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा, ‘कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पूरे राज्य में धारा-144 लागू कर दी गई है। हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं।’
इसके अलावा बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जिलों में सुरक्षा बल की विशेष तैनाती की गई है।