जयपुर: 15 अक्टूबर (ए) राजस्थान में विधानसभा की सात सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को नयी दिल्ली में 15 राज्यों के 48 विधानसभा क्षेत्रों तथा दो संसदीय क्षेत्रों के लिए उपचुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की।इसके तहत राजस्थान की झुंझुनूं, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान होगा। राज्य विधानसभा में कुल 200 सीट हैं जिनमें से पांच सीट विधायकों के सांसद बनने के कारण और दो सीट विधायकों के निधन के कारण खाली हैं।
राजस्थान की जिन सात विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं उनमें झुंझुनू सीट कांग्रेस के विधायक बृजेंद्र ओला, दौसा सीट कांग्रेस के विधायक मुरारीलाल मीणा, देवली उनियारा सीट कांग्रेस के विधायक हरीश चंद्र मीणा, खींवसर सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक हनुमान बेनीवाल और चौरासी सीट भारत आदिवासी पार्टी के विधायक राजकुमार रोत के इस्तीफा देने के कारण खाली हुई हैं। इन सभी विधायकों ने इस साल संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के बाद इस्तीफा दिया था।
वहीं राज्य की रामगढ़ सीट कांग्रेस विधायक जुबैर खान और सलूंबर सीट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के कारण खाली हुई हैं। इस तरह से जिन सात सीट पर उपचुनाव होना है उनमें से चार कांग्रेस के पास थीं।
राज्य विधानसभा में इस समय भारतीय जनता पार्टी के 114, कांग्रेस के 65, भारत आदिवासी पार्टी के तीन, बहुजन समाज पार्टी के दो और राष्ट्रीय लोकदल का एक विधायक है। इसके अलावा आठ निर्दलीय विधायक हैं।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार उक्त सात विधानसभा सीट में कुल 1,862 मतदान केंद्र और 19,36,532 मतदाता हैं।
चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने सभी सीट पर पार्टी की जीत का दावा किया।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के कार्यकर्ता तैयार हैं…मैं यह कह सकता हूं कि सात सीट के उपचुनाव में भाजपा को ‘जीरो’ सीट मिलेगी।’’
राज्य सरकार के अब तक के कार्यकाल पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘राजस्थान में भाजपा की पर्ची सरकार का यह जो नौ-दस माह का कार्यकाल है, उससे लोग पूरी तरह निराश हैं …परेशान हैं।’’