नयी दिल्ली, 12 मार्च (ए) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार अपना नैतिक अधिकार खो चुकी है।
उन्होंने मनोहर लाल खट्टर के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से संबंधित घटनाक्रम का हवाला देते हुए यह दावा भी किया कि सत्ता विरोधी माहौल से बचने और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा और जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने ‘मिलीभगत’ के तहत यह सब किया है।माना जा रहा है कि हरियाणा में भाजपा और जजपा का गठबंधन मंगलवार को टूटने के बाद खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री होंगे। चंडीगढ़ में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया।
हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। मौजूदा सरकार अपना नैतिक अधिकार खो चुकी है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और जजपा का गठबंधन विफल रहा तथा यह किसी नीति पर आधारित नहीं था।
हुड्डा ने कहा, ‘‘जो वादे किए गए थे, वो पूरे नहीं हुए। इनके घोषणापत्र की एक भी बात लागू नहीं हुई।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘सत्ता विरोधी माहौल से बचने और लोगों का ध्यान दूसरी ओर आकर्षित करने के लिए यह सब किया गया है। यह इनकी मिलीभगत है।’’