जालौन,06 सितम्बर (ए)। ‘पुलिस के डंडे के आगे मुर्दे भी बोलते हैं’ यह कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी। इस कहावत को चरितार्थ किया है जालौन पुलिस ने। यूपी के जालौन जिले में एक मृतक पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया। जब मामला ज्यादा तूल पकड़ा तो जिम्मेदार रात के अंधेरे में मृतक के घर पहुंचे और मामले को रफा-दफा करने की गुजारिश करने लगे। दरअसल, पूरा मामला जालौन जिले के शहर कोतवाली उरई का है। जहां पर पुलिस ने एक मुर्दे पर एफआईआर दर्ज कर दी, जबकि एफआईआर में जिस युवक का नाम है, उसने 24 घंटे पहले ही फांसी लगाकर अपनी जान दी थी। मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को लगी तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और पूरे मामले में जांच के आदेश दिए गए। जानकारी के अनुसार उरई कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला राजेंद्र नगर में शनिवार की रात को सागर गुप्ता नाम के एक युवक ने फांसी लगा ली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। युवक मर चुका था, लेकिन उसकी पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने मृतक पर ही मारपीट व धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया। सागर के परिजनों का कहना है कि उसका प्रेम विवाह हुआ था। खैर मृतक पर मुकदमा दर्ज करने के बाद जालौन पुलिस सवालों के घेरे में आ गई। जांच के डर से कोतवाल विनोद पांडेय और चौकी इंचार्ज रात के अंधेरे में मृतक के परिजनों के घर पहुंचे और जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ। वीडियो में वो मामले को निपटाने की गुजारिश करते नजर आएं। वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक रवि कुमार का कहना है कि 4 सितंबर को एफआईआर को पंजीकृत किया गया था लेकिन एफआईआर स्पंज कर दी गई हैं, फिलहाल कोतवाली उरई के इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया है और मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक कर रहे है।
