लखनऊ,17 अगस्त (ए)। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। जिसके तहत भ्रष्टाचार के कई मामलों में घिरे उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण के प्रधान महाप्रबंधक रहे अरुण कुमार मिश्रा को भी जबरन रिटायर (अनिवार्य सेवानिवृत्त) कर दिया गया है हालांकि अरुण कुमार मिश्रा को भ्रष्टाचार के मामले में पहले ही निलंबित करने के साथ कई गांभीर धाराए लगाकर जेल भेजा जा चुका है। दरअसल, उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के प्रधान महाप्रबंधक रहे अरुण कुमार मिश्रा पर भ्रष्टाचार से जुड़े कई मामले दर्ज है। जहां अरुण कुमार मिश्रा पर फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी करने का आरोप है। तो वहीं दूसरी तरफ अरुण पर महंगे प्लाटों को सस्ते दर पर बेचकर करीब 152 करोड़ रूपये से अधिक के सरकारी राजस्व की चपत लगने का भी आरोप है। जिसके चलते अरूण कुमार मिश्रा को योगी सरकार द्वारा पहले ही निलंबित करके जेल भेजा जा चुका है। अब अरुण कुमार मिश्रा को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देकर उन्हे जबरन रिटायर भी कर दिया गया हैं।
